प्रतापगढ़ डीएम बंगले में भ्रष्टाचार के खिलाफ पत्नी के साथ धरना दे रहे SDM विनीत उपाध्याय सस्पेंड

ईमानदार और साफ सुथरी छवि के अफसर माने जाने वाले प्रतापगढ़ के एसडीएम (अडिशनल) विनीत उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया है.

Update: 2020-09-25 15:56 GMT

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जिलाधिकारी के आवास पर कथित भ्रष्टाचार को लेकर धरने पर बैठने वाले एसडीएम (अडिशनल) विनीत उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। विनीत शुक्रवार को पत्नी के साथ करीब 4 घंटे तक डीएम आवास पर धरने पर बैठे रहे थे। विनीत ने डीएम डॉ. रूपेश कुमार, एडीएम शत्रुघ्न और एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्तापर भ्रष्‍टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।

जानकारी के मुताबिक, अनुशासनहीनता के आरोप में विनीत कुमार उपाध्याय के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके अलावा शासन ने प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए मंडलायुक्त इलाहाबाद को मामले की जांच सौंपी है। सूत्रों की मानें तो विनीत को राजस्व परिषद से संबद्ध किए जाने का आदेश दे दिया गया है।

अफसरों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े एसडीएम

इससे पहले एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में विनीत ने कहा था कि जब उन्‍होंने विभागीय भ्रष्‍टतंत्र की पोल खोलना शुरू किया तो उन पर दबाव बनाया जाने लगा और उत्‍पीड़न शुरू कर दिया गया। इसके विरोध में उन्‍होंने डीएम आवास पर पत्नी के साथ धरना दिया। ईमानदार और साफ-सुथरी छवि के माने जाने वाले अतिरिक्त एसडीएम विनीत उपाध्याय लालगंज इलाके में पट्टा आवंटन में खेल कराने से नाराज थे।

एसडीएम ने किया था पूरे खेल का खुलासा

एसडीएम विनीत उपाध्याय ने एनबीटी ऑनलाइन से फोन पर बातचीत में बताया कि लालगंज इलाके के ददुआ गाजान में फर्जी तरीके से जमीन खरीदकर उस पर मान्यता ली गई। इसका संचालन ददुआ गाजान की बजाय लालगंज से किया जा रहा है। इसी की जांच करके जब उन्‍होंने रिपोर्ट तैयार की तो स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों का उन पर दबाव शुरू हो गया। इस जमीन को सदर एसडीएम मोहनलाल गुप्ता ने अवैध तरीके से पट्टा कराया था जिसकी रिपोर्ट डीएम के माध्यम से शासन को जाना था, लेकिन डीएम ने इस रिपोर्ट को नहीं भेजा।

Tags:    

Similar News