उत्तर प्रदेश के विधान परिषद सभापति ने कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह की सदस्यता को लेकर दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया दिनेश प्रताप सिंह अब सदन में असम्बद्ध सदस्य बने रहेंगे. कांग्रेस के लिए ये एक यूपी में बड़ा झटका है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के सबसे निकटतम सहयोगियों में से दिनेश प्रताप सिंह ने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष बीजेपी की सदस्यता ली थी. लेकिन सदस्यता लेने के बाद अपनी हालत पर व्यतिथ नजर जरुर आ रहे है.
हालांकि कांग्रेस के रायबरेली में दो अभिन्न साथी कांग्रेस को बाय बाय कह चुके है. जिनमे रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह तो दूसरे दिनेश परताप सिंह. अब कांग्रेस के पास रायबरेली में कोई बड़ा चेहरा नहीं है.