यूपी के 120 चीनी मिलों पर अभी भी पिछले वर्ष का 8223 करोड रुपए गन्ना भुगतान व 10000 करोड रुपए का बकाया है ब्याज

Update: 2021-07-25 12:13 GMT

राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर अभी भी पिछले वर्ष का 8223 करोड रुपए गन्ना भुगतान व 10000 करोड रुपए ब्याज बकाया है। सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों पर 1697 करोड रुपए गन्ना भुगतान वह 15 सौ करोड रुपए ब्याज बकाया है। भाजपा की प्रदेश सरकार जवाब दें कि गन्ना किसानों को चीनी मिलों से गन्ना भुगतान व बयाज कब मिलेगा। गन्ना किसान चीनी मिलों से गन्ना भुगतान व ब्याज नहीं मिलने के कारण भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है और एक एक रुपए को मोहताज है।

गन्ना किसानों को बैंकों व सहकारी समितियों ने कर्ज देना बंद कर दिया है क्योंकि पहले से ही गन्ना किसानों पर भारी कर्ज व ब्याज खड़ा हुआ है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि एक और सरकार गन्ने का रेट नहीं बढ़ा रही है और दूसरी ओर चीनी मिलों से गन्ना किसानों को गन्ना भुगतान में ब्याज नहीं दिला रही है जो गन्ना किसानों के साथ सरासर अन्याय है। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि महंगाई व भारी लागत को देखते हुए भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंटल तत्काल घोषित करें।

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि वर्ष 1967 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह जी होते थे उस समय गन्ने का रेट ₹12 कुंटल था और उसी समय प्राइमरी स्कूल के अध्यापक की नौकरी ₹70 प्रति माह थी जो आज 1000 गुना बढ़कर₹70000 प्रति माह से अधिक हो गई है इस हिसाब से गन्ने का रेट ₹12000 प्रति कुंतल बैठता है। उसी समय जिस हिसाब से खेती में इस्तेमाल करने वाली वस्तुओं के दाम थे इस हिसाब से भी गन्ने का रेट हजारों रुपए कुंतल बैठता है फिर गन्ना किसानों के साथ सरकार इतना अन्याय क्यों कर रही है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि किसानों को अपने उत्पाद का मूल्य सरकार खुद तय करने का अधिकार दे और किसानों की उन्नति के लिए केंद्र सरकार राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन करके अन्नदाता किसानों को एक सीमित आय दिलाने का काम करें। अन्नदाता किसानों की क्रय शक्ति बढ़ने से ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है। राजेंद्र चौधरी ने कहा कि चीनी मिलें किसानों का गन्ना लेकर उन्हें भुगतान देना भूल जाती हैं जिसके लिए प्रदेश व केंद्र सरकार सीधे-सीधे जिम्मेदार हैं। बैठक का संचालन मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविंदर सिंह बंटी ने किया। बैठक में सुमित वर्मा चौधरी बाबूराम सुशील कुमार आकाश कुमार रूचिन कुमार रविंद्र प्रधान नीरज सैनी पदार्थ डॉक्टर संजय सिंह अमित कुमार सुभाष शर्मा अभिषेक चौधरी रविंदर गिल आदि ने भाग लिया।

Tags:    

Similar News