विपक्ष को मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए : मसूद अखतर

Update: 2021-07-08 07:26 GMT

उत्तर प्रदेश में यदि शालीन और भले विधायको की गिनती की जाए तो सहारनपुर देहात विधायक मसूद अखतर को नंबर एक पर रखा जा सकता है. सर्वसमाज में अपनी पैठ रखने वाले मसूद अखतर से वरिष्ठ पत्रकार माजिद अली खान ने आजकल की राजनीति और आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा की. चर्चा के प्रमुख अंश आपकी सेवा में प्रस्तुत हैं.

प्रश्न: उत्तर प्रदेश में जिस तरह भाजपा ने ज़िला पंचायत अध्यक्षों के पद पर कबज़ा किया है उससे भाजपा को फायदा मिलेगा.

उत्तर: देखिए पिछले दिनों हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनता ने भाजपा को हर स्तर पर उसकी औकात बता दी. यदि भाजपा को जनता का समर्थन होता तो अवश्य ही भाजपा के जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयादा जीतते, लेकिन भाजपा कहीं नहीं ठहरी. अब सत्ता के बल पर जिला पंचायत सदस्य को दबाव में लेकर चैयरमैन बनवा लिया इससे भाजपा को नुकसान होगा, और छवि धुमिल होगी, जनता तो पहले ही इनसे पछता रही है.

प्रश्न: सीएए के खिलाफ चल रहे धरना प्रदर्शन के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तानाशाही रवैये के खिलाफ जिस प्रकार प्रियंका गांधी ने लखनऊ में पहुँच कर उन्हें ललकारा था इससे ये लगता था कि कांग्रेस विपक्ष के तौर पर उभरेगी, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नज़र नहीं आ रहा ऐसा क्यों?

उत्तर: ऐसा नही है, अगर हकीकत में देखे तो कांग्रेस ही असली विपक्ष है, सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस के सरकार और भाजपा का मुकाबला करती नज़र आई. आपने सही कहा कि सीएए प्रदर्शन के दौरान योगी आदित्यनाथ आंतक पैदा कर रहे थे तो उसे चुनौती मिली हमारी बडी नेता प्रियंका गांधी की तरफ से, लोगों का हौसला बढ़ा, सरकार बैकफुट पर नज़र आई और जनता ये समझ भी गई. प्रियंका जी के नेतृत्व में कांग्रेस भरपूर ताकत के साथ उभरेगी.

प्रश्न: आपकी दृष्टि से मुसलमानो को आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी या कांग्रेस किसे प्राथमिकता देनी चाहिए.

उत्तर: मै कांग्रेस का विधायक हूं, ये चाहूंगा कि कांग्रेस को ही समर्थन मिलना चाहिए और हम जनता के बीच जाकर बता भी रहे हैं. लेकिन मेरी दिली इच्छा है कि सभी सिकुलर विचारधारा के लोग इकट्ठा होकर सांप्रदायिक पार्टी और सोच का मुकाबला करें. भाजपा लोगों को भ्रमित कर और धार्मिक तनाव बढ़ा कर जीत रही है और विपक्ष का वोट बंट रहा है. मै चाहता हूँ कि विपक्ष इकट्ठा हो, मुसलमानो को कांग्रेस का साथ देना चाहिए क्योंकि कांग्रेस ही राज्य और केंद्र में फासिस्ट ताकतों से लड़ सकती है.

प्रश्न: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र आपके मुताबिक कांग्रेस को क्या रणनीति बनानी चाहिए?

उत्तर: देखिए कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस रही है, संगठन को मज़बूत किया जा रहा है, बुथ लेवल तक कमेटी बनाई जा रही है. इसके अलावा समान विचारधारा वाले दलों को साथ लेने की कोशिश की जानी चाहिए. संगठन में सर्वसमाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. कोशिश रहेगी कि किसी भी दशा में धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा ना हो.

Tags:    

Similar News