योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी में उप-आबकारी आयुक्त समेत 12 सस्पेंड
इसके अलावा सहारनपुर, कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के देसी शराब की थोक आपूर्ति के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
सहारनपुर में टपरी कोऑपरेटिव डिस्टलरी में आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से 100 करोड़ रुपए की टैक्स और एक्साइज ड्यूटी की चोरी पकड़े जाने के मामले में शनिवार को योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की। जहां एक ओर इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गयी वहीं दूसरी ओर सहारनपुर मंडल के उप आबकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी, सहायक आबकारी आयुक्त रामपाल सहित आबकारी विभाग के दस अधिकारी व कर्मचारी निलंबित किए गए। इसके साथ ही सहारनपुर सहित पांच जिलों के देसी शराब की थोक आपूर्ति के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि इस मामले में आबकारी विभाग के 10 कर्मी निलंबित किए गए हैं। साथ ही टपरी डिस्टलरी से सम्बंधित सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी गयी है। इसके अलावा सहारनपुर, कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के देसी शराब की थोक आपूर्ति के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
यह भी हुए निलंबित
-टपरी डिस्टलरी के प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त
- आबकारी निरीक्षक समेत चार आबकारी गोदामों के आबकारी निरीक्षक
- सहारनपुर के आबकारी निरीक्षक अरविन्द कुमार वर्मा, उन्नाव के रवीन्द्र किशोर, बदायूं के रामजीत, संभल के पवन कुमार शर्मा और कानपुर की आबकारी निरीक्षक ज्योति सिंह
एसटीएफ ने किया था पर्दाफाश
एडीजी अमिताभ यश के निर्देश पर एसटीएफ की टीम ने विगत तीन मार्च को कोऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड टपरी सहारनपुर, स्थानीय आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों तथा को-ऑपरेटिव फैक्ट्री टपरी में नियुक्त आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से भारी मात्रा में टैक्स एवं एक्साइज ड्यूटी की चोरी का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ के छापे में आठ लोग गिरफ्तार किए गए थे।
एसटीएफ ने को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड टपरी में छापा मारकर कंपनी के एक दर्जन अधिकारियों-कर्मचारियों, ट्रांसपोर्टरों और लोकल डिस्ट्रीब्यूटरों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की थी। उनसे मिली सूचना के आधार पर जब आबकारी विभाग के कानपुर-लखनऊ मार्ग पर स्थित आबकारी गोदाम पर छापेमारी की गई, वहां पर भारी अनियमितता प्रकाश में आई।
प्राथमिक जांच में पचा चला कि एक टैक्स इनवॉइस या गेटपास पर एक ही गाड़ी से दो बार शराब निकालकर वेयर हाउसों पर पहुंचाई जा रही थी। इससे को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड टपरी के अधिकारी, कर्मचारियों एवं लोकल आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों द्वारा एक बार में लगभग 32 लाख रुपए की टैक्स चोरी की जा रही थी।