सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच मारपीट की घटना चर्चा का सबब बनी हुई है. घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. इस मामले से अनुशासित पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी के आला नेता भी खासे असहज हैं. पार्टी हाईकमान ने भी मामले पर गंभीर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट मांग ली है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि सांसद, विधायक को नोटिस देकर जवाब तलब किया जाएगा, फिर निलंबन की कार्रवाई होगी.
संतकबीरनगर भाजपा गोरखपुर क्षेत्र का हिस्सा है. यहां से बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी के बेटे हैं. मूलरूप से खजनी विधानसभा क्षेत्र के धूरिया गांव के रहने वाले हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी अब परिवार सहित एबीवीपी कार्यालय के पास गोरखपुर में रहते हैं. पार्टी में शरद त्रिपाठी को अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है. वहीं बीजेपी के ही विधायक राकेश सिंह बघेल भी स्पोर्ट्स कॉलेज के पास रहते हैं. राकेश सिंह बघेल को राजनाथ सिंह खेमे के हैं. सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बीजेपी के अंदर की धड़ेबाजी का ही यह नतीजा है कि दोनों के बीच जूतमपैजार हुई.
बुधवार को संतकबीरनगर जिला योजना समिति की बैठक शुरू हुई. इसमें क्षेत्रीय प्रभारी व मंत्री आशुतोष टंडन के अलावा क्षेत्र की तीनों विधानसभा क्षेत्र के विधायक व सांसद भी मौजूद थे. बैठक बमुश्किल 15 मिनट ही चली कि सांसद शरद त्रिपाठी ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता पर गरम हो गए. उनका गुस्सा इस बात को लेकर था कि सड़क के शिलान्यास स्थल पर लगे शिलापट्ट पर उनका नाम क्यों नहीं है?
इसी बीच विधायक राकेश सिंह बघेल ने बीच में ही बोल पड़े कि वह क्या जवाब देंगे वह बताते हैं कि ऐसा क्यों हुआ? इतना बोलना था कि सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच कहासुनी का दौर शुरू हो गया. सांसद ने विधायक से कहा—सांसद मैं हूं कि तुम. मैं अधिकारी से जवाब मांग रहा हूं. तुमसे क्या बात करूं? बात इतनी बढ़ गई कि सांसद ने कह दिया कि तुम्हारे जैसे कई नेता पैदा कर चुका हूं.
बदले में विधायक ने भी जूतों से मारने की बात कह दी. बगल में बैठे खलीलाबाद विधायक जय चौबे और धनघटा विधायक श्रीराम चौहान दोनों को शांत कराने का प्रयास कर ही रहे थे, इतने में सांसद ने अपने पैर से जूता निकाला और दनादन विधायक के मुंह और सिर पर मारना शुरू कर दिया. पार्टी नेताओं का कहना है कि सांसद, विधायक के बीच मारपीट ने सबको असहज कर दिया है। पार्टी आलाकमान को विस्तृत रिपोर्ट भेज दी गई है.