सपा को बड़ा झटका , शाहजहांपुर सीट से सपा की मेयर उम्मीदवार होंगी बीजेपी में शामिल

Update: 2023-04-23 11:19 GMT

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को बीजेपी किसी भी मौके पर परास्त करने से चुकती नहीं है। आज फिर जिला पंचायत चुनाव की तरह बीजेपी ने शाहजहांपुर नगर निगम उम्मीदवार अर्चना वर्मा को बीजेपी में शामिल करने की तैयारी कर ली है।

अर्चना वर्मा पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की पुत्रवधू है, सपा से उनकी टिकिट फाइनल हुई थी अब पाला बदलकर बीजेपी की उम्मीदवार बनेगी। उनके शामिल होने के बाद बीजेपी के सूची जारी की जाएगी।

ऐसा ही मामला शाहजहांपुर ज़िला पंचायत अध्यक्ष के समय भी हुआ था,सपा प्रत्याशी भाजपा में शामिल कराया गया था। आज पुनः मामला दोहराया जा रहा है,सपा की प्रत्याशी भाजपा में शामिल होंगी। अर्चना वर्मा दस कालिदास मार्ग पहुँच चुकी हैं।

अर्चना वर्मा सपा काल में ज़िला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पूर्व मंत्री राम मूर्ति वर्मा की बहू हैं। शाहजहांपुर में पत्रकार को ज़िंदा जलाने के मामले में पूर्व मंत्री पर आरोप लगे थे। जिनको लेकर भाजपा ने खूब हल्ला काटा था,आज उनकी बहू भाजपा में शामिल होंगी और मेयर की उम्मीदवार बनाई जा सकती है। 

सपा से पूर्व विधायक राजेश यादव की पत्नी अंजना यादव और पूर्व मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा की बहू पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा ने आवेदन किया था। सियासी हलकों में चर्चा थी कि इन्हीं दोनों में से किसी को सपा प्रत्याशी बनाया जा सकता है। देर रात को सपा ने महापौर सीट को लेकर आठ नामों की घोषणा कर दी है। इसमें शाहजहांपुर से पूर्व मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा की पुत्रवधू अर्चना वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है।

राजनीतिक पंडित अर्चना को चुने जाने की मुख्य वजह किसान (लोध) वोट बताते हैं। शहर में करीब 20000 से ज्यादा किसान बिरादरी का है। अर्चना के आने से भाजपा में जाने वाले वोटों में काफी कटौती होगी। दूसरा यह भी अर्चना खुद राजनीतिक रूप से अंजना से ज्यादा सक्रिय हैं।

राजनीतक घराने का मिला लाभ

अर्चना वर्मा 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं थीं। वह चार बार विधायक और सपा सरकार में मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा के बेटे राजेश वर्मा की पत्नी हैं। राजेश वर्मा 2022 के विधानसभा चुनाव में ददरौल सीट से सपा के प्रत्याशी थे।

फिर सपा और भाजपा में होगी टक्कर

2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और सपा के बीच करीबी मुकाबला रहा था। भाजपा के कद्दावर नेता सुरेश कुमार खन्ना ने सपा के तनवीर खां को 9,313 वोटों से हराया था। सपा को करीब एक लाख वोट मिले थे। नगर निगम के चुनाव में भी सपा और भाजपा के बीच करीबी मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसी वजह से सभी की नजर मेयर पद के लिए दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों पर टिकी हुई है।

सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने बताया कि पार्टी ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा को टिकट दिया है। पूरी पार्टी दमदारी के साथ उन्हें चुनाव लड़ाएगी। सपा प्रत्याशी अर्चना वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भरोसा जताया है। जनता के सहयोग से उनके भरोसे पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। जनता के आशीर्वाद से चुनाव को जीतेंगे।

Tags:    

Similar News