शाहजहांपुर में भारतीय जनता पार्टी अपना उम्मीदवार भी नहीं खोज पाती है, जबकि बीजेपी के तीन भारी भरकम मंत्री जिले से सरकार में मौजूद है। फिर भी चाहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उम्मीदवार हो या फिर मेयर उम्मीदवार। आज फिर सपा उम्मीदवार अर्चना वर्मा को आयात करके पार्टी में शामिल कराकर उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। तो सवाल तो बनटा है क्या बीजेपी के पास अपना कोई कार्यकर्ता उम्मीदवार नहीं था।
अब बड़ा सवाल यही है, भाजपा के शाहजहांपुर से तीन तीन मंत्री हैं। फिर भी भाजपा को अपना प्रत्याशी नहीं मिल रहा है आखिर क्यों?
तीन मंत्री वो भी बहुत भारी भरकम ओहदे वाले हो तो फिर जिले में पार्टी की तूती बोलनी चाहिए तब सत्ताधारी दल को अपना उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा है। यह सवाल बन जाता है। तीनों मंत्री बड़े अहम पदों पर विराजमान है।
1 -सुरेश खन्ना वित्त मंत्री- खन्ना जी भाजपा के पुरोधा माने जाते हैं। लगातार शाहजहांपुर सदर सीट से विधायक हैं। जलवा है,ज़िद्द के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार फिर से उन्हे नगर में मेयर का उम्मीदवार सपा से लाना पड़ा।
2 -JPS राठौर मंत्री : राठौर जी को संगठन का योद्धा बताया जाता है। उनका गृह जनपद शाहजहांपुर है। उसके बाद भी किसी कार्यकर्ता को उम्मीदवार नहीं बना पाए लेकिन गुना गणित पक्का रखते है।
3 -जितिन प्रसाद मंत्री पीडब्ल्यूडी- जितिन प्रसाद बड़े घराने से आते हैं। इनके परिवार का एक समय शाजहांपुर में एकछत्र राज रहता था आज एक उम्मीदवार नहीं दिला पाए हालांकि उनके पास यह सवाल भी है कि वो दूसरे दल से आए है लिहाजा उनके पास ज्यादा संगठन के लोग नहीं है।