धान तौल न होने से नाराज पांच किसान पानी की टंकी पर चढ़े

मंडी परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़कर जताया वीरोधी, अफसरों ने समझाकर शांत कराया

Update: 2020-11-07 10:57 GMT

शाहजहांपुर। पूरे सूबे में धान खरीद में गड़बड़ी बड़े पैमाने पर उजागर होने के बाद शासन प्रशासन से किसानों को राहत नही दी जा रही है। मजबूरन किसानों को धरना प्रदर्शन व विरोध का सहारा लेना पड़ रहा है। ताजा मामला शाहजहांपुर की रौजा मंडी से सामने आया है, जहां पांच किसान धान न तौले जाने पर पानी की टंकी पर चढ़ गए। जानकारी होने पर प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में अफसर मौके पर पहुंचे और बमुश्किल से किसानों को नीचे उतरवाया।

दरअसल पांच किसान अपना धान सरकारी क्रय केंद्रों पर तौलवाने के लिए पिछले दस दिन से रौजा मंडी में रुके हुए थे। इतने इंतजार के बाद भी जब उनका धान नही तौला गया तो उनका सब्र जबाव दे गया। सिस्टम से नाराज और हताश पांचों किसान मंडी परिसर में बनी पानी की टँकी पर चढ़ गए। किसानों को पानी की टंकी पर चढ़े से हो हल्ला मच गया। सूचना कार्यालयों में आराम फरमा रहे अफसरों के कान तक पहुंची तो हड़कम्प मच गया। पहले पुलिस के अधिकारी पहुंचे फिर बाद में एसडीएम सदर भी आ गए। किसानों को मनाने का दौर चला,उनसे कहा गया धान अभी तौल लिया जाएगा। काफी देर तक चले ड्रामे के बाद पांचों नीचे उतर आये। जिसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।

अब सवाल यह उठता है कि अफसर धान तौल पारदर्शी तरीके से करवाने के दावे पेश कर रहे हैं तो फिर किसानों को इस तरह से अपनी जान जोखिम डालने की क्या जरूरत है.? अगर धान खरीद बाकई ईमानदारी से की जा रही है तो किसानों का इतना शोषण कौन कर रहा है? ऐसे तमाम सवाल है जो प्रशासनिक अफसरों के साथ सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हैं। जिले में धान खरीद की जो स्थिति वह बाकई बहुक्त दयनीय है किसान भटक रहे हैं या फिर बिचौलियों के हाथों लुट रहा है। फिलहाल अब इसमें सुधार के असर दिखाई नही पड़ते हैं, किसानों ने भी आस छोड़ दी है।

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