यूपी में चोरों ने नहीं बख्सा इस बूढी माँ को, फिर आये फरिस्ता बनकर एसडीएम रामजी मिश्रा

एसडीएम सदर ने अम्मा को ठंड से कांपता देख कर उनकी व्यथा को सुना और तत्काल बूढी अम्मा को एक कम्बल लाकर ओढ़ाया.

Update: 2018-01-14 10:31 GMT

शाहजहांपुर:  आज जनपद में चोरी का यह आलम है कि चोर उचक्कों से भीख मांगने वाले गरीब बेसहारा भिखारी भी नहीं बच पा रहे हैं । आज सुवह कचहरी प्रांगण में ठंड से थर-थर कांपते हुए एक बूढी अम्मा लोगों से एक कम्बल की फरियाद कर रही थी।


भीषण सर्दी में वृद्ध महिला की यह दशा देखकर जब वहां पर खड़े कुछ समृद्ध लोगो ने उससे पूछा कि अम्मा कहां से आई हो तो कांपते सुर में अम्मा बोली मैं बाबा विश्वनाथ मंदिर के गेट पर भीख मांग कर अपना गुजारा करती हूं कल प्रशासन द्वारा मुझे एक कंबल दिया गया था मैं उसे रखकर नल पर पानी पीने चली गई इतने में कोई मेरा कंबल व भीख मांगने वाला कटोरा सहित सारा सामान उठा ले गया।


अम्मा की दैनिय दशा को देखते हुए वहां पर उपस्थित लोगों ने नगर मजिस्ट्रेट से सहायता की सिफारिश की पर वो किसी काम मे व्यस्त होने के कारण अम्मा की बात को नही सुन पाए इतने में वहां पर बूढी अम्मा के लिऐ एसडीएम सदर रामजी मिश्रा एक फरिस्ता बन कर आ गए। क्योंकि एसडीएम सदर ने अम्मा को ठंड से कांपता देख कर उनकी व्यथा को सुना और तत्काल बूढी अम्मा को एक कम्बल लाकर ओढ़ाया। कम्बल पाकर अम्मा ने एसडीएम से कहा कि बेटा तुम एक फरिश्ता हो।

सुशील शुक्ला 

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