शामली (अमर) : वेदार्णा फाउंडेशन की वेदार्णा यूथ ब्रिगेड टीम ने बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर श्री मंदिर हनुमान धाम, हनुमान टिल्ला से सुभाष चौक तक ऐतिहासिक पैदल मार्च का आयोजन किया। जिसमें शामली और आस क्षेत्रों से सभी जाति, धर्म और संप्रदाय के लोगों ने शामिल होकर एक सुर में सरकार से देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग की।
दरअसल आपको बता दे कि वेदार्णा फाउंडेशन की वेदार्णा यूथ ब्रिगेड टीम पिछले काफी समय से देश में बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग कर रही है, जिसके लिए वह पूरे हिंदुस्तान में अलग अलग तरह से लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती रही है। इसी कड़ी में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष में वदार्णा यूथ ब्रिगेड देशभर में एक साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसकी शुरुआत पिछले रविवार दिल्ली में राजघाट से लेकर इंडिया गेट तक पैदल मार्च के आयोजन से कि गयी थी और समापन आज शामली में श्री मंदिर हनुमान धाम, हनुमान टिल्ला से सुभाष चौक तक आयोजित पैदल मार्च से की गई।
इस पैदल मार्च में भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे, जिसमें खासतौर से युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था जो बढ़ती जनसंख्या के खिलाफ और देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून से संबंधित नारे लगाते हुए नजर आ रहे थे। पैदल मार्च सुबह 9:00 बजे श्री मंदिर हनुमान धाम, हनुमान टिल्ला से चलकर वी वी इंटर कॉलेज, कबाड़ी बाजार, बड़ा बाजार होते हुए करीब दोपहर 12:00 बजे सुभाष चौक पहुंचा जहां पर मार्च में उपस्थित लोगों ने बढ़ती जनसंख्या के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करके सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
इस पैदल मार्च में अलग-अलग क्षेत्रों से शामली और आस पास की जानी-मानी हस्तियों ने भी हिस्सा लेकर देश की बढ़ती जनसंख्या और जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए अपना रोष व्यक्त किया।
वेदार्णा फाउंडेशन के निदेशक डॉ. कुलदीप मलिक के अनुसार आज देश में लगभग जितनी भी समस्याएं है उन सभी समस्याओं के पीछे केवल और केवल हमारे देश की बढ़ती जनसंख्या है। बढ़ती जनसंख्या के कारण हमारे संसाधन धीरे-धीरे खत्म होते चले जा रहे हैं और आने वाले समय में यह देश गृहयुद्ध की दहलीज पर खड़ा होता नजर आ रहा है। डॉक्टर मलिक ने मार्च में शामिल हुए सभी लोगों का धन्यवाद किया और साथ ही साथ सरकार को चेताया कि अगर देश में जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू नहीं हुआ तो इस आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा, जिससे आने वाले समय में सरकार को आम नागरिकों के गुस्से का सामना भी करना पड़ेगा।