एसपी शामली के खिलाफ चली झूंठी खबर, किसी विंदु पर भी नहीं हुई शामली जिले की चर्चा
एसपी शामली को लेकर लखनऊ मीटिंग के सन्दर्भ में गलत खबर प्रकाशित कर दी गई। लखनऊ से मिली जानकारी के मुताबिक़ पूरी मीटिंग में शामली जनपद की कहीं कोई चर्चा नहीं हुई। जबकि सबसे ज्यादा चर्चा बाराबंकी , अलीगढ़ , प्रयागराज , फतेहपुर , हमीरपुर , समेत कई अन्य जनपदों की रही। क्या इस तरह की खबरें प्रकाशित करने से जिले के आला अधिकारीयों का मनोबल भी गिरता है। जबकि उस दिन रात में हुई घटना में जिस तरह पत्रकार साथियों की मदद की वो वाकई काबिलेतारीफ काम था।
एसपी अजय कुमार पाण्डेय ने बताया की दिनांक 12 जून को लखनऊ के लोक भवन में आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समस्त जिलों के एसपी/डीएम के समक्ष दिए गए संबोधन के सन्दर्भ में लिखते हुए एक नामी अख़बार में जनपद शामली पुलिस के बारे में पूरी तरह ग़लत सूचना प्रकाशित की गई है जिसकी पुरज़ोर निन्दा व भर्त्सना की जाती है।
उन्होंने कहा कि उक्त अख़बार में प्रकाशित है कि "वारदातों पर अंकुश न लगा पाने के कारण शामली एसपी को खरी खरी सुनाई" जोकि पूर्णत: असत्य है। जबकि सत्य यह है कि सभी विन्दुओं पर शामली पुलिस की कार्यवाही सही होने के कारण शामली पुलिस के बारे में कोई भी ज़िक्र नहीं किया गया था।
एसपी अजय कुमार ने कहा कि मैं उक्त अख़बार के ज़िम्मेदार लोगों को आगाह करना चाहूँगा कि अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता आपको यह अधिकार क़तई नहीं देती है कि आप किसी व्यक्ति या संगठन के बारे में ग़लत व अपुष्ट टिप्पणी प्रकाशित करें। इस तथ्य पर पुनर्विचार करें और अपनी कार्यप्रणाली में अविलम्ब सुधार करें अन्यथा संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करने को विवश होना पड़ेगा जिसके ज़िम्मेदार आप स्वयं होंगे।