शामली: जाट समाज ने फिल्म पानीपत को लेकर शामली के कलेक्ट्रेट में हंगामा , डीएम का किया घेराव
फिल्म में जिस भाषा का इस्तेमाल महाराजा सूरजमल के चरित्र द्वारा किया जा रहा था वह उस समय बोले जाने वाली ब्रजभाषा से उल्टी है
शामली। शामली के कलेक्ट्रेट में फिल्म पानीपत के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश जाट महासभा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और डीएम शामली को यह फिल्म शामली मैं बैन करने को लेकर डीएम शामली को एक ज्ञापन सौंपा है।
आपको बता दें फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के रोल को रोड मरोड़ कर दिखाने पर जाट समाज में खासा नाराजगी है जहां जाट समाज के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के चरित्र को अपमानजनक तरीके से दिखाया गया है शारीरिक रूप से जिस व्यक्ति को महाराजा सूरजमल के रोल में दिखाया गया है वह महाराजा सूरजमल से कहीं भी मेल नहीं खाता।
हालांकि जिस भाषा का इस्तेमाल महाराजा सूरजमल के चरित्र द्वारा किया जा रहा था वह उस समय बोले जाने वाली ब्रजभाषा से उल्टी है साथ ही मराठा सरदार के साथ सहयोग न करने का कारण जो दिखाया गया था वह भी ऐतिहासिक रूप से झूठा है क्योंकि ऐतिहासिक परमाणु के मुताबिक आगरे का किला तो उस समय भी महाराजा सूरजमल के नियंत्रण में था फिल्म के डायरेक्टर ने चीन में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर हमारी भावनाओं का अपमान किया गया है और हमारे महापुरुषों को अपमानित करके समाज को बांटने की कोशिश की गई है।
फिल्म के डायरेक्टर आशुतोष और निर्माता सुनीता द्वारा जानबूझकर एक जाति के महापुरुषों को अपमानित करके फिल्म की पब्लिसिटी हासिल करने का अच्छा हत्याकांड किया गया है जिसका जाट समाज पुरजोर विरोध करता है और यह फिल्म कहीं भी चलने नहीं दिया जाएगा उन्होंने डीएम शामली से अनुरोध किया कि फिल्म के डायरेक्टर प्रोड्यूसर वेल लेखक के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए तथा इस फिल्म पर कानूनी प्रतिबंध लगवाने के लिए सरकार को सूचित किया जाए।