राष्ट्रीय बालिका दिवस विशेष : गांव से निकली इस बेटी ने माउंट एल्ब्रुस की चोटी को फतह कर फहराया तिरंगा
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो, बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं...
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो,
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं...
सीतापुर : 'राष्ट्रीय बालिका दिवस' पर आज हमको एक ऐसी बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आपको भी गर्व होगा। उत्तरप्रदेश के जनपद सीतापुर के 88 हजार ऋषियों की तपोभूमि विकास खंड एलिया के छोटे से गांव कोरैया उदयपुर के मूल निवासी क्षत्रपाल सिंह गौर की बेटी 'कंचन सिंह गौर' ने साइकोलॉजी से एमए करने के बाद असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर की पदवीं हासिल की। इसके बाद बचपन से कुछ अलग करने का जज्बा रखने वाली कंचन ने पर्वतारोही बनने की ठान ली।
कंचन सिंह गौर जो कि लखनऊ में कार्यरत हैं। कंचन एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। कंचन के पिता पूर्व मे सचिवालय लखनऊ मे कार्यरत रहें हैं।कंचन अपने सीधे-साधे व्यक्तित्व व तेज तर्रार जज्बे और हिम्मत के चलते ही करीब दो वर्ष पूर्व कंचन ने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलबुर्स(18510 फिट)अफ्रीका महाद्वीप की किलीमिंजारो (19341फिट)व स्टोक कांगरी(20187 फिट)ऊंची चोटी पर तिरंगा लहराकर अपने गांव का ही नही ब्लकि देश दुनिया में जिले का नाम रोशन किया।
यही नही पूर्व में चौदह जुलाई को लखनऊ में वाणिज्ययकर सेवा संघ के अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा कंचन सिंह गौर को उनके द्वारा किए गए इस साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया गया था।बेटी द्वारा हासिल किए गए इस मुकाम के चलते ही परिवार सहित जनपद का नाम रोशन हुआ है।