प्रियंका गाँधी ने पहली बार यूपी में किया ऐसा काम किसी ने सोचा भी नहीं था
प्रियंका गाँधी ने सोनभद्र में किया जिलाध्यक्ष नियुक्त .
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने जिला और शहर अध्यक्षों के नाम घोषित कर दिए हैं. इन नामों में सबसे ज्यादा चर्चा सोनभद्र के नए अध्यक्ष रामराज गौड़ की हो रही है. उनके नाम पर प्रियंका गांधी ने खुद मुहर लगाई है. दरअसल, जुलाई में सोनभद्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उस दौरान रामराज कांग्रेस के साथ हर मौके पर डटकर खड़े हुए थे, जिसका इनाम उन्हें मिला है.
गुंडा एक्ट के तहत दर्ज किया गया मामला
रामराज गौड़ आदिवासी समाज से आते हैं और लंबे वक्त से समाज के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. हालांकि इसके लिए उन्हें कीमत भी चुकानी पड़ी है. उनके खिलाफ भाजपा सरकार ने गुंडा एक्ट जैसा संगीन मुकदमा भी दर्ज किया था . वहीं, रामराज ने कहा कि मैं आदिवासी बहुल इलाके से आता हूं. इस क्षेत्र में आदिवासी समाज के हक के लिए मेरी लड़ाई जारी है. कांग्रेस पार्टी ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसे मैं पूरी ईमानदारी के साथ निभाऊंगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मुझ पर विश्वास जताया है तो मेरे दायित्व बनता है कि मैं संगठन को मजबूती के साथ आगे ले जाऊं.
सूत्र बताते हैं कि सोनभद्र नरसंहार के बाद रामराज गोंड पीड़ित परिवारों के साथ प्रियंका गांधी से चुनार किले पर मिलने पहुंचे थे. रामराज के पिता बहादुर गोंड उभ्भा गांव के प्रधान रहे हैं. कांग्रेस से बहादुर गोंड का पुराना नाता है. वे घोरावल के कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
11 लोगों की हुई थी हत्या
सोनभद्र के उभ्भा गांंव में जमीनी विवाद के नरसंहार में 17 जुलाई को 11 लोगों की हत्या कर दी गई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे. विपक्ष की ओर से लगातार आलोचना के बाद योगी सरकार ने सख्ती बरतते हुए न सिर्फ पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे बल्कि इलाके की जमीनों के बारे में जांच करके रिपोर्ट पेश करने के लिए भी कहा था.
प्रियंका को हिरासत में लिया गया था
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोक दिया था. वो सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थीं. उन्हें हिरासत में लेकर मिर्जापुर में एक गेस्ट हाउस में रखा गया था. प्रियंका को रोके जाने के बाद सियासत गरमा गई थी.