पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने से पहले हरिद्वार एसएसपी ने कही ये बात

Update: 2023-05-30 11:57 GMT

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ क़रीब एक महीने से धरना दे रहे पहलवानों ने मंगलवार को उत्तराखंड के हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में बहाने करने का ऐलान किया है. अब हरिद्वार के एसएसपी ने कहा है कि वो इन पहलवानों को नहीं रोकेंगे. वहीं कई हस्तियों ने इन पहलवानों से ऐसा ना करने की अपील की है.

अंग्रेजी के अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने कहा, ''पहलवान कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं. अगर वो अपने मेडल गंगा में बहाने यहाँ आ रहे हैं तो हम उन्हें नहीं रोकेंगे. हमें अपने सीनियर अधिकारियों से भी ऐसा कुछ आदेश नहीं मिला है.''

हरिद्वार एसएसपी ने आगे कहा, ''लोग गंगा में सोना, चांदी और अस्थियां विसर्जित करते हैं. रेसलर्स चाहें तो अपना मेडल विसर्जित कर सकते हैं. 15 लाख श्रद्धालु गंगा दशहरा के दिन हरिद्वार में स्नान करने आते हैं, पहलवानों का भी स्वागत है.''

वहीं अब अलग-अलग हस्तियों ने इन खिलाड़ियों से मेडल विसर्जित नहीं करने की अपील की. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पहलवानों से ऐसा ना करने की अपील की है.

दीपेंद्र हुडा ने खिलाड़ियों के समर्थन में ट्वीट करते हुए लिखा, ''देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से मेरी अपील है कि अपने मेडल गंगा में न बहाएं. आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले हैं बल्कि वर्षों के तप और साधना से मिले हैं.'' उन्होंने सरकार से खिलाड़ियों की बात सुनने का आग्रह भी किया.

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने खिलाड़ियों से आग्रह करते हुए लिखा, ''यह मेडल देश और तिरंगे की शान है. हमारा सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा क़दम मत उठाओ. आपने अपने खेल से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है. हमारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रीजी से अनुरोध है कि मामले को संज्ञान में लेकर पहलवानों से जल्द बातचीत करें.''

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ साक्षी मलिक, ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पुनिया और जानी-मानी महिला पहलवान विनेश फोगाट दिल्ली के जंतर मंतर पर एक महीने से ज़्यादा वक़्त से धरना कर रहे थे.

28 मई को दिल्ली पुलिस ने जबरन इनका धरना ख़त्म करा दिया था और इन्हें हिरासत में ले लिया था. इन पहलवानों ने बयान जारी करके ऐलान किया है कि सरकार उनका शिकायतों को नहीं सुन रही है और उनके दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है. इसलिए उनके पास मेडल गंगा में बहाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. खिलाड़ियों ने ये भी कहा है कि मेडल विसर्जित करने के बाद वे दिल्ली में इंडिया गेट पर प्रदर्शन करेंगे.

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