Ankita Bhandari Murder Case: पुलकित आर्य ने मोबाइल को लेकर बोला था झूठ, SIT ने किया खुलासा
अंकिता भंडारी मर्डर मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) को जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी पुलकित आर्य ने पहले झूठ बोला था कि 19 वर्षीय पीड़िता ने जांच को गुमराह करने के लिए ऋषिकेश में चिल्ला बैराज के पास उसका फोन फेंक दिया था।
इस मामले में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि "पूछताछ के दौरान एसआईटी ने पुलकित से उसके इस दावे के बारे में पूछा कि जिसमें उसने बताया था कि उसका मोबाइल फोन 18 सितंबर की रात को उसके पास था।
पुलकित आर्य ने बनाई थी झूठी कहानी
इस मामले की शुरुआत में पुलकित अपने इस दावे पर डटा रहा लेकिन जब उसे यह बताया गया कि उसके फोन की लास्ट लोकेशन रिसॉर्ट के पास थी तो उसने अपनी कहानी को सच साबित करने के लिए SIT को बताया कि वह वारदात के अगले दिन (19 सितंबर) घटनास्थल पर गया था और मोबाइल फोन को नहर में फेंक दिया था। फिर उसने स्थानीय पटवारी और राजस्व पुलिस अधिकारी के पास शिकायत में कहा था कि अंकिता भंडारी 19 सितंबर की सुबह से अपने कमरे में नहीं थी, जो कि झूठ था।"
अंकिता के दोस्त की ऑडियो क्लिप हुई थी वायरल
इसी केस में जब पुलकित से पूछा गया तो उसने 23 सितंबर को पुलिस को बताया था कि वारदात की रात उसने अंकिता को गुस्से में नहर में धकेल दिया था, क्योंकि उसने झगड़े के दौरान उसका मोबाइल नहर में फेंक दिया था। इसी कड़ी में पुलकित आर्य और अंकिता के करीबी दोस्त पुष्पदीप के बीच एक कथित बातचीत का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें कहा गया कि पुष्पदीप ने अंकिता के बारे में जानने के लिए 18 सितंबर की रात को पुलकित के नंबर पर कॉल किया था, लेकिन किसी ने कॉल का जवाब नहीं दिया।"
SIT कर रही हर पहलू की जांच- पी. रेणुका देवी
जांच के दौरान एसआईटी ने चिल्ला नहर के पास एक मोबाइल फोन बरामद किया था, जिसे साइबर फॉरेंसिक टीम के पास भेजा गया है। वहीं, एसआईटी का नेतृत्व कर रही DIG (लॉ एंड ऑर्डर) पी रेणुका देवी ने कहा, "एसआईटी सभी केस से जुड़े हुए सभी पहलुओं की जांच कर रही है।