#CBIvsKolkataPolice : धरने पर बैठीं ममता बनर्जी के समर्थन में एकजुट हुआ विपक्ष, जानें- अब तक क्या हुआ?

पश्चिम बंगाल पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पूछताछ करने गई सीबीआई के अधिकारियों को ही राज्य पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, इसके बाद खुद सीएम ममता बनर्जी आरोपी कमिश्नर के साथ धरने पर बैठ गईं.

Update: 2019-02-04 02:58 GMT

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रविवार शाम शुरू हुई राजनीतिक गहमागहमी शायद पहली बार भारतीय राजनीति में देखने को मिली हो। पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पूछताछ करने गई केंद्रीय एजेंसी सीबीआई के अधिकारियों को ही राज्य पुलिस ने हिरासत कर लिया। खुद राज्य सीएम ममता बनर्जी आरोपी कमिश्नर के साथ सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठ गईं। 

वहीं, खबरें हैं कि सीबीआई इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है। रविवार देर रात स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ तैनात करनी पड़ी। आज राज्य में बजट भी पेश किया जाना है, इस दौरान भी ममता धरनास्थल पर रह सकती हैं।

समझें- क्या है पूरा मामला?

- पश्चिम बंगाल में अब तक हुए हंगामे का राजनीतिक पक्ष लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने ममता को समर्थन दिया है और कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ही सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पश्चिम बंगाल सरकार का पक्ष रखेंगे।

- विपक्ष का यह तर्क है कि बीजेपी केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, नैशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला, बीएसपी सुप्रीमो मायावती, एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने ममता से फोन पर बात की और उनके प्रति एकजुटता जाहिर की है।
 

- सारदा और रोजवैली चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ के लिए सीबीआई की एक टीम रविवार शाम को कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची थी। तुरंत ही राज्य पुलिस के आला अधिकारी वहां पहुंच गए और सीबीआई टीम को रोक लिया। इसी बीच ममता बनर्जी भी आनन-फानन में कुमार के घर पहुंच गईं। पुलिस ने सीबीआई के 5 अफसरों को हिरासत में ले लिया, जिन्हें 2-3 घंटे बाद छोड़ दिया गया।

- पुलिस टीम कोलकाता में सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पहुंच गई। ममता सीबीआई की कार्रवाई को केंद्र की राजनीतिक साजिश बताकर मेट्रो चैनल पर राजीव कुमार के साथ धरने पर बैठ गई हैं। 

- अंतरिम सीबीआई चीफ एम. नागेश्वर का कहना है कि राजीव कुमार ने सबूतों को मिटाने की कोशिश की है। ममता बनर्जी ने मीडिया के सामने कहा, 'मुझ पर बहुत दबाव डाला गया। देश नरेंद्र मोदी से परेशान है।' उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र हम पर दबाव बना रहा है। राज्य के कई हिस्सों में टीएमसी कार्यकर्ता आधी रात को ही 'रेल रोको प्रोटेस्ट' करने निकल पड़े। कई जगह से आगजनी की खबरें भी आईं। डीजीपी और मुख्य सचिव ने गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की। गवर्नर ने हालात नियंत्रण में होने की बात कही। सीबीआई ने भी गवर्नर से मिलने का समय मांगा। 

- धरना स्थल मेट्रो चैनल पर बाकायदा मंच तैयार कर दिया गया है और तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आपको बता दें, पश्चिम बंगाल में सोमवार को ही बजट पेश किया जाना है और ममता इस दौरान भी धरना स्थल पर डटी रह सकती हैं। अब तक मिल रही जानकारी के मुताबिक, रात भर धरने पर बैठी रहीं ममता सुबह यहीं सड़क पर कैबिनेट मीटिंग बुलाएंगी। ममता फोन से ही विधानसभा सत्र को संबोधित कर सकती हैं, जिसके बाद राज्य का बजट पेश किया जाएगा।

- वहीं, सीबीआई ने रविवार को हुई गिरफ्तारी को कार्य में बाधा मानते हुए पांच पन्नों का एक पत्र तैयार किया है, जिसके साथ वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। यहां पश्चिम बंगाल सरकार का पक्ष कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी रख सकते हैं। 

- यहां महत्वपूर्ण है कि राजीव कुमार को पहले भी कई बार पूछताछ के लिए सीबीआई द्वारा बुलाया जा चुका था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। रविवार को भी अधिकारियों से कहा गया था कि राजीव घर पर नहीं हैं, जबकि बाद में घर से निकलकर ही वह धरने में शामिल हुए। 

- ममता बनर्जी महागठबंधन में शामिल दलों में से एक प्रभावशाली चेहरा हैं और बीजेपी सरकार के खिलाफ मुखर होती रही हैं। विपक्षी दलों ने उनका समर्थन कर अपनी एकता दिखाने की ठानी है और इस मंच को महागठबंधन की शक्ति के मंच के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। ममता ने सहयोगी दलों का साथ मांगा है और सभी उनके साथ खड़े हुए हैं। 

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