ममता बनर्जी ने भरी हुंकार, हमसे जो टकरायेगा वो चुर-चुर हो जाएगा

कभी-कभी जब सूरज उगता है, तो उसकी किरणें बहुत कठोर होती हैं लेकिन बाद में वह दूर हो जाती हैं।

Update: 2019-06-05 06:03 GMT

कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी गुस्से में भी विपक्ष पर चुटकी लेने से नही चुकती। कभी अपने गुस्से वाले तेवर में भी तो कभी शायराना अंदाज में भी वो तंज कसने में परहेज नही करती मौका जैसे हि मिलता ममता अपना रुख जाहिर कर ही देती है। ममता बनर्जी भाजपा पर अपना गुस्सा अप्रत्यक्ष रुप ले जाहिर किया और कहा कि- डरने की कोई बात नहीं है। मुद्दा लाख बूरा हो चाहे तो से क्या गरम है, वही गरम है जो मंज़ूर-ए-खुदा गरम है। कभी-कभी जब सूरज उगता है, तो उसकी किरणें बहुत कठोर होती हैं लेकिन बाद में वह दूर हो जाती हैं। डरो मत, जितनी तेजी से उन्होंने ईवीएम पर कब्जा कर लिया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे। 

ममता बनर्जी भाजपा पर अपना गुस्सा अप्रत्यक्ष रुप ले जाहिर किया और कहा कि- डरने की कोई बात नहीं है। मुद्दा लाख बूरा हो चाहे तो से क्या गरम है, वही गरम है जो मंज़ूर-ए-खुदा गरम है। कभी-कभी जब सूरज उगता है, तो उसकी किरणें बहुत कठोर होती हैं लेकिन बाद में वह दूर हो जाती हैं। डरो मत, जितनी तेजी से उन्होंने ईवीएम पर कब्जा कर लिया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे।


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