स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर क्यों बोलीं ममता बनर्जी ये बड़ी बात?
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना किसी का नाम लिए कहा, कुछ लोग कहते हैं कि 70 साल में देश में कुछ नहीं हुआ. उन्हें पता होना चाहिए कि जब देश आजाद हुआ था तो हम एक आलपिन भी नहीं बना सकते थे.
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) की पूर्व संध्या पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि हमें किसी भी व्यक्ति या पार्टी से देशप्रेम सीखने की जरूरत नहीं है. उन्होंने किसी दल या व्यक्ति का नाम लिए बिना कहा, कुछ लोग कहते हैं कि 70 साल में देश में कुछ नहीं हुआ. उन्हें पता होना चाहिए कि जब देश आजाद हुआ था तो हम एक आलपिन भी नहीं बना सकते थे. आज हम काफी कुछ बना रहे हैं. ये तरक्की आज के नेताओं या सरकारों की वजह से नहीं हुई है. ये पिछले 70 साल के काम का ही नतीजा है.
ममता ने इंदिरा गांधी और राकेश शर्मा को किया याद
ममता बनर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांंधी (Indira Gandhi) के दौर को याद करते हुए कहा कि जब राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) चांद पर गए थे तो उन्होंने पूछा, राकेश वहां से कैसा लग रहा तो उन्होंने कहा था, 'सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा.' वहीं, रेल मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने 2009 में रेल मंत्री रहते यहां मेट्रो का काम कर दिया था, जो आज तक अटका पड़ा है. आजकल मेट्रो में सफर करना जोखिम भरा हो गया है. लोगों का हाथ दरवाजों में अटक जा रहा है. मेंटेनेंस नहीं होने के कारण मेट्रो की ऐसी हालत हो गई है.
कहा - केंद्र नहीं दे रहा माजेरहाट ब्रिज बनाने की मंजूरी
कोलकाता के माजेरहाट में ब्रिज का काम अब तक अटका है. इसे पूरा कराने के लिए एक परमिशन की दरकार है, लेकिन केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से मंजूरी नहीं मिल रही है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की तृमूल कांग्रेस (TMC) सरकार की कन्याश्री प्रकल्पा योजना से अभी तक 60 लाख लड़कियों को मदद मिल चुकी है. इस योजना पर 2013 से अब तक 7000 करोड़ रुपये से ज्यादा किए जा चुके हैं.
कहा था, धर्म साबित करने से बेहतर होगा मर जाना
ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि उनके लिए अपना धर्म साबित करने से बेहतर होगा मर जाना. मुख्यमंत्री ने बीजेपी (BJP) को चुनौती दी कि वह तृणमूल कांग्रेस सरकार की ओर से की गई कई धार्मिक गतिविधियों की तुलना पहले वाली राज्य सरकार से करें. पुरानी सरकारों की अपेक्षा तृणमूल कांग्रेस के शासन में राज्य में व्यापक तौर पर दुर्गा पूजा का आयोजन हुआ. उन्होंने कहा, 'मैं हिंदू हूं, लेकिन मेरे मन में हर पंथ और धर्म के लिए श्रद्धा है.'