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बिहार के खगड़िया जिले (Khagaria Distt.) में 739 दिन में 23 बेटियां गायब हुईं हैं जिसमें से कई का अपहरण (Kidnapping) किया गया तो कई पुरुषों के झांसे में आकर गईं। वहीं इनमें से 72 का आजतक सुराग नहीं लगा है। नाबालिग बेटियों (Minor Girls) से यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) के मामले भी बढ़े हैं। एक आरटीआई के जवाब ने खगड़िया में महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोलकर रख दी है। खगड़िया राजधानी पटना से महज 200 किमी की दूरी पर है लेकिन यह जिला काफी पिछड़ा माना जाता है।
खगड़िया नेपाल की सीमा से लगभग 150 किमी की दूरी पर है। यहां की कुल आबादी 16 लाख 66 हजार 886 है। इसमें से महिलाओं की आबाद 7 लाख 83 बदाप 100 है। इसमें से भी ग्रामीण क्षेत्र में 742246 महिलाएं रहती हैं जबकि शहरी परिवेश में 40654 महिलाएं रहती हैं।
दरअसल दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ अदिवक्ता मणिभूषण प्रताप सेंग ने बिहार के डीजीपी (DGP) से आरटीआई (RTI) के तहत महिला सुरक्षा की जानकारी मांगी थी। आरटीआई में जानकारी मांगी गई थी कि 1 जनवरी 2020 से 10 जनवरी 2022 तक बिहार के सभी जिलों में कुल कितनी बालिग और नाबालिग लड़कियां गायब हुईं या पिर उनका अपहरण हुआ, इनमें से कितनी बरामद हुईं और कितनी अभी भी गायब हैं।
वर्ष 2018 से 2021 तक बिहार के सभी जिलों में नाबालिग यौन उत्पीड़न के कुल कितने मामले राज्य के किन-किन थानों में दर्ज हुए तथा कितने कांडों में आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट 11 जनवरी 2022 तक दाखिल किए गए। उन्होंने इसकी पूरी विस्तृत जानकारी मांगी थी लेकिन मुख्यालय ने बेटियों की सुरक्षा की पोल न खुले इसलिए सूचना के लिए जिलों को पत्र भेज दिया था। इसी क्रम में खगड़िया से मिली सूचना से महिला सुरक्षा की पोल खुल गई।
आरटीआई के जवाब के मुताबिक खगड़िया जैसे छोटे जिले में वर्ष 2020 में नाबालिग और बालिग बालिकाओं के अपहरण एवं गुमशुदगी के कुल 96 मामले दर्ज हुए हैं। इसमें 82 मामलों में बरामदगी तो हो गई लेकिन 14 बेटियां आज भी गायब हैं। पुलिस उनका सुराग नहीं लगा पाई है।
खगड़िया पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2021 में केवल बिहार के खगड़िया जिला में 134 नाबालिग व बालिग बेटियों के अपहरण व गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए हैं। इसमें से 57 मामलों में अभी तक बेटियों का पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है। अब तक पुलिस महज 77 पीड़िताओं को बरामद कर पाई है। पीड़ित बेटियों का परिवार थाना से लेकर पुलिस कार्यालय के चक्कर काटता है लेकिन पीड़िताओं का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है।
खगड़िया में वर्ष 2022 के जनवरी माह में मात्र पांच दिनों के भीतर दो नाबालिगों का अपहरण हुआ। इसमें पुलिस ने बेटी को बरामद कर लिया जबकि एक का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। खगड़िया पुलिस के मुताबिक जनवरी माह के पांच दिन में दो अपहरण और गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए। इसमें अब तक एक में सफलता नहीं मिल पाई।
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक महिला अपराध की बढ़ती घटना के बाद भी यौन उत्पीड़ने के मामले कम आ रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक खगड़िया जिले में चार साल में नाबालिग यौन उत्पीड़न के कुल 69 मामले दर्ज हुए हैं। इसमें से 2018 में 25, वर्ष 2019 में 22, 2020 में 8 और 2021 में 14 मामले दर्ज हुए हैं।