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ड्यूटी हुई खत्म तो रेलवे ट्रैक पर 2 ट्रेन छोड़कर चले गए ड्राइवर-गार्ड! फंसे हजारों यात्री, हुआ जमकर बवाल
बिहार : सोचिए एक ट्रेन यात्रियों से खचाखच भरी हो लेकिन तभी ड्राइवर बीच राह में यह कहकर मना कर दे कि अब मैं ट्रेन नहीं चलाऊंगा. सोचिए यात्रियों पर क्या बीतेगी. यह किस्सा नहीं हकीकत है. सहरसा जिले के बुढ़वल स्टेशन में अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई। बताया गया कि स्टेशन पर खड़ी सहरसा से दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड ड्यूटी छोड़कर चले गए। इस दौरान ट्रेन में सफर कर रहे लगभग 2500 यात्री साढ़े तीन घंटे तक स्टेशन पर ही भूखे-प्यासे परेशान रहे। बाद में जब यात्रियों के हंगामे के बाद उच्चाधिकारियों को खबर मिली तो गोण्डा से ड्राइवर व गार्ड भेजे गए। जिसके बाद शाम 4.50 बजे ट्रेन रवाना की गई।
दरअसल, जब ट्रेन बुढ़वल स्टेशन पहुंची तो वहां एक मालगाड़ी को पार कराया जा रहा था। यात्री क्रासिंग के कारण ट्रेन को खड़ी करना समझ रहे थे मगर एक घंटा गुजर गया। ट्रेन को सिग्नल नहीं मिला और वह नहीं चली। इस पर कई यात्री स्टेशन पर उतर आए और हंगामा शुरू कर दिया। काफी देर तक हंगामा और नारेबाजी चलती रही। इसके बाद स्टेशन अधीक्षक नींद से जागे। वह जब ट्रेन के इंजन के पास आए तो चालक व गार्ड ने कहा अब उनका ड्यूटी का समय खत्म हो गया है। उन लोगों ने कहा कि तबीयत भी ठीक नहीं है, ट्रेन आगे नहीं ले जाएंगे। इतना कहकर उन्होंने मेमो दिया और बुढ़वल स्टेशन से चले गए।
गार्ड और ड्राइवर के यूं चले जाने के बाद यात्रियों का आक्रोश और फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में यात्री प्लेटफार्म और ट्रेन के दूसरी ओर उतरे और जमकर रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। करीब दो बजकर 20 मिनट पर अधीक्षक ने ड्राइवर व गार्ड के चले जाने की सूचना कंट्रोल रूम को दी तो वहां भी हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में गोण्डा से ड्राइवर व गार्ड को भेजा गया। ड्राइवर व गार्ड आए फिर ट्रेन चार बजकर 50 मिनट पर आगे रवाना की गई।
बता दें रेलवे में नियम है कि ड्यूटी पूरी होने के बाद गार्ड या ड्राइवर अपनी ड्यूटी छोड़कर जा सकते हैं। रेलवे भी उन्हें बाध्य नहीं कर सकता है।