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कोसी बिहार का शौक कहलाती थी, लेकिन आज गंडक नदी में बाढ़ आने से शायद गंडक नदी को भी इसमें शामिल किया जा सकता है. गंडक नदी में बाढ़ आने से गोपालगंज के 45 गांव डूब चुके हैं.
जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर माझा अंचल के निमुईया पंचायत में पूरी तरह बाढ़ के विभीषिका से लोग तबाह हो चुके हैं जबकि इसका तांडव आगे रुकनेवाला दिखाई नहीं दे रहा.
आम लोग जैसे तैसे ही अपना जीवन विचार है पशु पालन करना दुश्वार हो चुका है ऐसे में लोगों के उठान पर इनके साथ उत्पन्न होने लगी है बताया जा रहा है कि गंडक नदी में हर साल बाढ़ आती है.
सबसे बुरा हाल माझा अंचल के निमुईया गांव में दिखा. निमुईया गांव के रमेश यादव का कहना है कि यहां की जनता जितनी तकलीफ और दुख में है, वह नजारा काफी दुखद है.
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