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JDU ने अजय आलोक समेत 4 नेताओं को पार्टी से निकाला, जानिए- आखिर क्यों हुई कार्रवाई?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर अजय आलोक (Dr Ajay Alok) को तत्काल जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए इनकी प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी है. अजय आलोक टीवी चैनलों पर होने वाले डिबेट के वे चर्चित चेहरे थे. अजय आलोक के साथ ही पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार और विपिन कुमार यादव को तत्काल जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है.
जेडीयू में अजय आलोक को केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह का करीबी समझा जाता था. इससे पहले भी अजय आलोक को एक बार पार्टी के प्रवक्ता पद से हटाया गया था. मोदी सरकार में मंत्री आर सी पी सिंह (RCP Singh) और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के रिश्ते ख़राब हो गए हैं. इसीलिए नीतीश ने इस बार उन्हें राज्य सभा चुनाव का टिकट भी नहीं दिया.
जेडीयू की ओर से इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि पार्टी के पदाधिकारियों से नीतीश कुमार को मजबूत करने में अपनी ऊर्जा के इस्तेमाल की अपेक्षा की जाती है. पिछले कई महीने से पार्टी के हितों के विपरीत समानांतर कार्यक्रम चलाए जाने और कार्यकर्ताओं को भ्रमित किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं. कुछ पदाधिकारियों से बात कर इस तरह के कार्यों से बचने के लिए कहा गया लेकिन इसके बावजूद पार्टी विरोधी गतिविधियां जारी रहीं.
जेडीयू ने अपने प्रवक्ता रहे अजय आलोक को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में अब बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अजय आलोक को जेडीयू ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है. जेडीयू से निष्कासित किए जाने के बाद अजय आलोक ने इसे लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि मुझे मुक्त करने के लिए धन्यवाद.
बता दें कि हाल में ही जदयू नेतृत्व की ओर से कहा गया था कि अगर किसी ने भी पार्टी विरोधी बयान सोशल मीडिया पर लिखा या दिया, उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हाल में चेतावनी पत्र भी जारी किया था. तब भी माना गया था कि यह आरसीपी सिंह समर्थकों के लिए ही चेतावनी थी.