बिहार

शारीरिक असक्षमता को रोड़ा न बनने दें-डीएम

शारीरिक असक्षमता को रोड़ा न बनने दें-डीएम
x
अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर पोलो मैदान में आयोजित समारोह का जिला पदाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।

मुंगेर। जिला पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी सबल है। सभी समस्याओं का बहुत ही कारगर तरीके से निराकरण करते है। दैनिक गतिविधि में शारीरिक असक्षमता को रोड़ा बनने नहीं देते है। उन्होंने दिव्यांगजनों के विभिन्न योजनाओं की जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग सशक्तीकरण हेतु संबल योजना के अन्तर्गत कृत्रिम अंग तथा उपकरण यथा ट्राई साइकिल, चश्मा, जयपुर फुट, वैशाखी, श्रवण यंत्र आदि वितरित किया जाता है।


आंख के आपरेशन के अतिरिक्त किसी भी शारीरिक बीमारी का अच्छे अस्पताल में निःशुक्ल इलाज कराया जाय। लेकिन इन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आपको यूडीआईडी के तहत निबंधन कराना पड़ता है। यूडीआईडी आपका यूनिक पहचान पत्र के रूप में काम करता है। जिससे निशुल्क इलाज तथा अन्य सरकारी लाभ ले सकते है। इसके लिए जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के कार्यालय में या प्रत्येक प्रखंड में सामाजिक सुरक्षा के कार्यपालक सहायक के पास आवेदन, फोटो, आधार नम्बर तथा दिव्यांगता प्रमाण पत्र के साथ देना होगा।

प्रत्येक गुरुवार को सदर अस्पताल में दिव्यांगों का प्रमाण पत्र जांचोपरांत बनाया जाता है। इसके अतिरिक्त बुनयाद केन्द्र, असहाय निःशक्त लोगों के लिए बुनयाद केन्द्र द्वारा रोस्टर बनाकर प्रत्येक पंचायतों में चलंत वाहन द्वारा इलाज किया जाता है। जिले में तीन बुनयाद केन्द्र खड़गपुर, धरहरा, तारापुर में अवस्थित है। जहाॅ दिव्यांगजनों के लिए विशेष इलाज के लिए सुविधा है। उन्होंने दिव्यांगजनों से कहा कि आप मानसिक रूप से सबल हो। उनके परिजनों से भी अपील किया कि उनके विकास में अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करे। आमजनों से भी इनके प्रति संवेदनशील एवं सकारात्मक सहयोग करने का अपील किया। दिव्यांग स्कूली छात्रों के लिए प्रत्येक प्रखंड में रिर्सोस शिक्षक की नियुक्ति की गयी है। जिनकी जिम्मेवारी होगी कि उनका शिक्षा और व्यवहारिक विकास करे।

सर्वे में चिह्नित अभी 2388 दिव्यांग छात्र का नामांकन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि व्यवसाय से दिव्यांग को जोड़ने के लिए सरकार ने कई योजनाए चला रखी है। उद्योग, कृषि, जीविका के माध्यम से प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जाती है। इच्छुक दिव्यांग प्रखंड कार्यालय में आवेदन देगे तथा उन्हें उनकी क्षमता और रूचि के अनुसार प्रशासन पूर्ण सहयोग एवं स्वव्यवसाय कराने में मदद करेगी। जिला प्रशासन का सहयोग तत्पर है। बेहतर सबल और सुंदर मुंगेर बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे। इस अवसर पर दिव्यांगों के बीच ट्राई साइकिल, दिव्यांग पेंशन प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया। ट्राई साईकिल दौड़ एवं स्कूल बच्चों के बीच जलेबी रेस का भी आयोजन किया गया। 66 दिव्यांगजनों के बीच कम्बल वितरण भी किया गया।मौके पर उप विकास आयुक्त श्री संजय कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग श्रीमती अतुल कुमारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी श्री दिनेश कुमार उपस्थित थे।

अभिषेक श्रीवास्तव

अभिषेक श्रीवास्तव

    Next Story