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बिहार (Bihar) के मुंगेर (Munger) जिले के घोरघाट के एक सरकारी स्कूल (Government School) के 15 बच्चे बीमार हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शाह जुबैर मिडिल स्कूल के प्राचार्य का कहना है कि कृमिनाशक गोलियां (De-Warming) देने के बाद बच्चों की सेहत बिगड़ गई है। बता दें कि ऐसी ही एक घटना भागलपुर (Bhagalpur) के स्कूल में भी हुई है। वहां भूखे पेट कृमिनाशक दवाई खाने से 30 बच्चों के बीमार होने की खबर सामने आई है। कुछ बच्चों के बेहोश होने के कारण उन्हें ऑक्सीजन देना पड़ा।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मुंगेर में 15 बच्चे बीमार हुए हैं, जबकि मीडिया रिपोर्टों में इनकी संख्या 50 से ज्यादा बताई गई है। दवा देते ही बच्चों को तकलीफ हो गई, इससे स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। सिविल सर्जन ने सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई है।
बिहार में शुक्रवार को कृमि दिवस मनाया जा रहा है, जिसको लेकर सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है। इसके अंतर्गत आज शुक्रवार सुबह मुंगेर जिले के शाह जुबैर स्कूल में भी बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने दवा दी थी। दवा खाने के कुछ ही देर बाद बच्चे बेहोश होने लगे। वहीं, ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो सभी स्कूल पहुंच गए और बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. आनंद शंकर शरण सिंह के अनुसार कृमि दिवस के मौके पर सभी स्कूलों में एल्बेंडाजोल की दवा दी गई थी। इसी दौरान बरियारपुर प्रखंड के उक्त स्कूल में 50 बच्चे दवा पीने से बीमार हो गए। इसके बाद सभी बच्चों को बरियारपुर पीएचसी में लाकर इलाज किया जा रहा है और सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। स्कूल के शिक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि मध्याह्र भोजन के बाद ही बच्चों को उलटी की दवा के साथ कृमि की दवा देना है लेकिन बच्चों को भूखे पेट ही दवा दे दी गई। इसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
भागलपुर के स्कूल में बच्चों के बीमार होने के बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। नर्स रंजीता कुमारी को बंधक बना लिया, जबकि शिक्षक भाग खड़े हुए। नर्स के साथ मारपीट की भी खबर है। भागलपुर के नाथनगर प्रखंड के अजमेरीपुर मिडिल स्कूल में यह घटना हुई। 30 बच्चों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल नाथनगर में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी स्कूल पहुंच गए हैं।