- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
Archived
जब सारी दुनिया सोती है तब यहां की गलियां गुलज़ार होती हैं
शिव कुमार मिश्र
4 Feb 2018 4:04 PM IST
x
जब सारी दुनिया सोती है तब यहां की गलियां गुलज़ार होती हैं. इन्ही गलियों में घुंघरुओं की खनक पर वक़्त भी थम सा जाता है. रोज़ाना ठंढी हुई रात भी ठहर जाती है. तबले की थाप पर चराग़ों की लव भी थिरकती है.
सदियों की सन्नाटे को छम-छम की आवाज़ हर रोज़ दौड़ती है. एक नहीं कई बादशाह दुनिया जीत कर भी यहां हार गए. "मुजरा" यही वो नाम है उस जादूगरी का जिसके तिलिस्म से भरा है बा-बेदखल. वफ़ा मोहब्बत की नई परिभाषाएं भी यहीं गढ़ी गई.
लेकिन यहां वो सब अब नहीं दिखता, ज़िल्लत भरी जिंदगी से ऊब गई हैं तवायफें, वो भी चाहती हैं अब इज्ज़त से जीने का अधिकार मुझे भी मिलना चाहिए.
शिव कुमार मिश्र
Next Story