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अब दोनों पैरों से दौड़ लगाएगी बिहार की छात्रा, 6 इंजीनियरों की मेहनत ने 12 घंटे में सीमा के लिए तैयार किया पैर
आपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा होगा जिसमें जमुई (बिहार) की छात्रा सीमा पीठ पर थैला टांगे एक पैर से कूद-कूद कर कच्ची सड़क की पगडंडियों पर स्कूल जा रही है. देखते-देखते ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो को देखकर तमाम आईएएस-आईपीएस से लेकर तमाम सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकारों ने ये वीडियो शेयर किया और बच्ची की मदद की पेशकश की. और सोशल मीडिया का सही मायनों में उपयोग हुआ और अब वो छात्रा दोनों पैरों से स्कूल जा सकती है.
एक पैर से करीब 1 KM दूर कूदकर स्कूल जाने वाली जमुई की सीमा अब दोनों पैरों पर चलेगी. ट्राईसाइकिल देने के बाद अब प्रशासन ने 'शुक्रवार को सीमा को कृत्रिम पैर लगवाया है।. पैर लगने के बाद उसने कुछ दूर कदम चलकर देखा. कहा-अब मुझे एक पैर पर कूदकर नहीं जाना होगा.
सीमा की कहानी सामने आने के महज 2 दिनों के अंदर ही जिला प्रशासन ने सीमा को आर्टिफिशियल पैर लगा दिया है. शुक्रवार को जिला प्रशासन की टीम सीमा के घर पहुंच कर उसको आर्टिफिशियल पर लगाया. अब सीमा दो पैरों की मदद से चल सकेगी. आर्टिफिशियल पैर लगाने पहुंचे अधिकारी ने बताया कि सीमा और उसके परिवार वालों को बाकी और भी लाभ दिया जा रहा है. आर्टिफिशियल पैर लगने के बाद सीमा ने बताया कि अब उसे अच्छा लग रहा है.
सीमा की मदद के लिए फिल्म अभिनेता सोनू सूद, मंत्री अशोक चौधरी, सुमित सिंह सहित कई लोग सामने आए. सीमा ने कहा कि वह पढ़- लिखकर शिक्षिका बनना चाहती है. सीमा के सपनों में रंग भरने और उसकी पीड़ा कम करने की पहल बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा भागलपुर में संचालित कृत्रिम अंग एवं अवयव निर्माण केंद्र के कर्मियों ने की. 25 मई को जानकारी मिलते ही केंद्र के पीओई (पेस्थोटेटिक्स एंड आर्थोटेटिक्स इंजीनियर) की टीम ने सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी देवेंद्र नारायण पंडित से संपर्क किया, और अब बच्ची अपने दोनों पैरो से स्कूल जा सकेगी और अपनी उड़ान को पंख दे सकेगी.