पटना

शराब पर सख्‍ती से रोक लगाने का मुख्यमंत्री का आदेश, 16 को शराबबंदी के सभी पहलुओं की समीक्षा

शराब पर सख्‍ती से रोक लगाने का मुख्यमंत्री का आदेश, 16 को शराबबंदी के सभी पहलुओं की समीक्षा
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पटना।बिहार में दीपावली के एक दिन पहले से एक के बाद एक जहरीली शराब की कई घटनाओं और 40 से अधिक मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्‍शन में आ गए हैं। तीन दिन पहले उन्‍होंने राज्‍य में शराबबंदी को और प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाने की बात कही थी। अब उन्‍होंने 16 नवम्‍बर को इस सम्‍बन्‍ध में विचार-विमर्श के लिए उच्‍चस्‍तरीय बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि बैठक में मुख्यमंत्री शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का ऐलान कर सकते हैं।

सोमवार को सीएम नीतीश ने कहा कि जहरीली शराब कांड के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्‍होंने कहा कि शराबबंदी से काफी हद तक इस समस्‍या पर रोक लगी है। कुछ ही लोग इसमें लिप्‍त हैं। लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि जहरीली शराब कांड में जिम्‍मेदार पाए गए अधिकारियों के खिलाफ भी सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। उन्‍होंने अधिकारियों से पूछा कि जिले क्रास कर तस्‍कर कैसे आते हैं। उन्‍होंने शराब पर सख्‍ती से रोक लगाने का आदेश दिया। 16 नवम्‍बर को शराबबंदी के सभी पहलुओं की समीक्षा होगी।

इस बीच राज्‍य के कई जिलों में शराब कारोबारियों के खिलाफ पुलिस के कड़े तेवर देखने को मिल रहे हैं। कई जिलों में अभियान चलाकर पुलिस लगातार भट्ठियों को नष्‍ट कर रही है। छपरा की मढ़ौरा पुलिस ने रविवार को शराब माफिया के खिलाफ बड़ी करवाई करते हुए पांच चिन्हित गावों में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से करीब 280 लीटर अवैध देसी शराब बरामद किया है जबकि सैकड़ों लीटर अर्द्ध निर्मित देसी शराब को जमीन पर बहाकर नष्ट कर दिया। पुलिस ने इस दौरान अलग-अलग स्थानों से तीन शराब कारोबारी को गिरफ्तार भी किया है।

दूसरी ओर राज्य के समस्तीपुर जिले के शाहपुर पटोरी में जहरीली शराब का कहर थमने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को शराब पीने से बीमार पांच और लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। इसमें से एक का पटोरी अस्पताल में, एक का हाजीपुर में और तीन का पटना में इलाज कराया जा रहा है।

पटोरी अनुमंडलाधिकारी मो. जफर ने बताया कि शराब पीने से धमौन गांव में पांच लोग बीमार हुए हैं। बीमार होने वालों में 18 साल से नीचे के लड़के शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जहरीली शराब से मौत और लोगों के बीमार पड़ने के बाद पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए धंधेबाजों ने जहां-तहां नदी और चौर में शराब की बोतलें फेंक दी हैं।

अभिषेक श्रीवास्तव

अभिषेक श्रीवास्तव

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