पटना

बिहार में दरभंगा एम्स को लेकर डिप्टी सीएम और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ट्विटर पर भिड़े, देखिए क्या क्या लिख दी चौकाने वाली बातें

Shiv Kumar Mishra
13 Aug 2023 6:44 AM GMT
बिहार में दरभंगा एम्स को लेकर डिप्टी सीएम और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ट्विटर पर भिड़े, देखिए क्या क्या लिख दी चौकाने वाली बातें
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यह कौन से अदृश्य विकास की राजनीति है कि जहाँ स्वास्थ्य मंत्रालय ने AIIMS के लिए अभी तक स्थल फाइनल किया ही नहीं है और आदरणीय प्रधानमंत्री जी कह रहे है वहाँ एम्स खोल दिया गया है?

बिहार के दरभंगा में एम्स अस्पताल खोले जाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पूरे बिहार ही नहीं देश में चर्चा हो रही है। हालांकि यह पहला मौका नहीं इससे पहले भी पीएम मोदी कई बार विकास की बातों में गलत बयानबाजी कर चुके है। इसी के तहत इस पूरे मामले में बिहार के उप मुख्यमंत्री और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव और भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया आमने सामने आ गए है।

तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हेंडील से एक शेयर करते हुए लिखा कि आज प्रधानमंत्री जी दरभंगा में AIIMS खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे। वस्तुस्थिति ये है कि #बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ ज़मीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दिया है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीति करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित AIIMS के निर्माण को स्वीकृति नहीं दी। प्रधानमंत्री से देश कम से कम सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है लेकिन उन्होंने सफ़ेद झूठ बोला।

इसका जबाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा प्रिय तेजस्वी जी,मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है। हमारी नीयत साफ़ है। एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली ज़मीन दी।

इसके जबाब में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लिखा मा० स्वास्थ्य मंत्री जी,यह कौन से अदृश्य विकास की राजनीति है कि जहाँ स्वास्थ्य मंत्रालय ने AIIMS के लिए अभी तक स्थल फाइनल किया ही नहीं है और आदरणीय प्रधानमंत्री जी कह रहे है वहाँ एम्स खोल दिया गया है?

जिस काल अवधि का आप वर्णन कर रहे है उस वक़्त से लेकर पूर्व के कई वर्षों तक बिहार में BJP के ही स्वास्थ्य मंत्री रहे है। शायद आप उनकी असफलता को इंगित कर रहे है। बिहार सरकार ने शोभन बाईपास जैसी बेहतर लोकेशन पर निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र को हस्तांतरित की है जिसमें मिट्टी भराई का 300 करोड़ अतिरिक्त व्यय भी राज्य सरकार वहन कर रही है। हम सकारात्मक एवं विकासोन्मुख राजनीति करते है इसलिए हमने दरभंगा सहित अन्य जिलों को इसका संपूर्ण लाभ मिले तभी सबसे उपयुक्त स्थल चयन किया है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से केंद्र की अभी तक स्वीकृति नहीं मिली।

आपको अवगत कराना चाहेंगे कि दरभंगा में ही 1946 से स्थापित #बिहार के प्रतिष्ठित दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बिहार सरकार (569+ 2546) कुल 3115 करोड़ के अपने खर्च से (400+2100) 2500 बेड का सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल, आधुनिक भवन एवं आवासीय परिसर का निर्माण करवा रही है क्योंकि हम नकारात्मक राजनीति नहीं बल्कि जनहित में गतिशील विकास कार्यों को प्राथमिकता देते है। धन्यवाद।



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