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बिहार में जहरीली शराब कांड में 50 से ज्यादा की मौत: जहरीली शराब कांड में बड़ा सवाल.. बड़ी मछली पर कार्रवाई कब..
छपरा- Bihar के सारण में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा लगातार बढता जा रहा है..अब तक की मिली जानकारी के अनुसार करीब 50 से ज्यादा की मौत हो चुकी है जबकि स्थानीय प्रशासन कम लोगों के मरने की पुष्टि कर रही है.
इतनी संख्या में जहरीली शराब से हो रही मौत के मामलो को लेकर पटना से लेकर दिल्ली तक बयानबाजी हो रही है.विपक्षी बीजेपी ने इस मुद्दे के लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे और तीसरे दिन जोरदार हंगामा किया और आज चौथे दिन भी यह हंगामा जारी रहने की संभावना है..नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सारण के प्रभावित इलाके में जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की है..और इस मौत के सत्ता के संरक्षण में नरसंहार बताया है.विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है और आरजेडी के साथ जाने के बाद गुंडे जैसी भाषा के प्रयोग करने की शिकायत की है.
वहीं सत्ताधारी महागठबंधन के नेता इस मामले पर विपक्षी बीजेपी पर हमलावर नजर आ रहें हैं.सीएम नीतीश कुमार जहरीली शराब से मौत को शराबबंदी से जोड़ने की बात को गलत बता रहें हैं.उनकी मानें तो बिना शराबबंदी वाले राज्य मे भी जहरीली शराब से मौत की घटना हुई है..वहीं बिहार में शराबबंदी की वजह से एक करोड़ से ज्यादा लोगों को शराब छोड़ने का दावा नीतीश कुमार की सरकार द्वारा किया जा रहा है.डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी सिर्फ हंगामा खड़ी कर रही है.बीजेपी राज्यों में जहरीली शराब से मौतों की संख्या बिहार से ज्यादा है..इनलोगों को पीएम और गृह मंत्री से इस्तीफा मांगना चाहिए.
बताते चलें कि जहरीली शराब का कहर सारण के मसरख,अमनौर और मढौरा में बरपा है.मृतक एवं गंभीर रूप से बीमार के परिजनों ने स्वीकार किया है कि देसी शराब पीने के बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने शुरू हुई थी.कई लोगों के आंखो की रौशनी चली गई है,अभी तक 50 से ज्यादा की मौत हो चुकी है और अभी भी की लोग बीमार हैं.
इस मामले में एसपी ने थानेदार और चौकीदार को निलंबित कर दिया है और डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है..पर बड़ा सवाल है की बड़ी मछली पर कार्रवाई कब होगी ?... शराबबंदी कानून के तहत जिस जिले में शराब का अवैध कारोबार होगा..वहीं के एसपी और डीएम पर कार्रावई होगी..पर अभी तक जहरीली शराब से मौत या शराब के अवैध कारोबार में सिर्फ,चौकीदार, थानेदार और डीएसपी लेवल के अधिकारियों पर ही कार्रवाई हुई है..