पटना

नीतीश के आगे झुकी बीजेपी,CM ने कहां नही लागू होगा बिहार में NRC, तेजस्वी यादव ने सरकार पर कसा तंज

Sujeet Kumar Gupta
25 Feb 2020 10:56 AM GMT
नीतीश के आगे झुकी बीजेपी,CM ने कहां नही लागू होगा बिहार में NRC, तेजस्वी यादव ने सरकार पर कसा तंज
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तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार कहती थी एक इंच पीछे नही हटेंगे, लालू यादव के खौफ से पीछे हटना पड़ा. NRC को बिहार में लागू नहीं होने देंगे की हमारी लड़ाई सफल हुई

पटना। बिहार विधानसभा में NPR को 2010 के प्रावधानों के अनुसार और NRC को राज्य में नहीं लागू करने को लेकर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ है. इस बात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों को बधाई दी।

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि बिहार में एनआरसी लागू करने का कोई औचित्य नहीं है. सीएम नीतीश ने विधानसभा को बताया कि बिहार सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर एनपीआर प्रपत्रों से विवादास्पद क्लॉज की छूट मांगी है. उन्होंने कहा, मुझे यह भी नहीं पता कि मेरी मां का जन्म कब हुआ. एनआरसी लाने की कोई जरूरत नहीं है.

बीजेपी सदस्यों द्वारा सदन की कार्यवाही के संक्षिप्त स्थगन के लिए संशोधित नागरिकता अधिनियम को 'काला कानून' बताते हुए विपक्ष द्वारा कड़ी आपत्ति जताए जाने के बाद बिहार विधानसभा में हंगामे के बीच मुख्यमंत्री का बयान आया।

अब जब एनआरसी लागू नहीं होने का प्रस्ताव बिहार विधानसभा ने पारित कर दिया तो तेजस्वी यादव ने कहा कि जो जनता की आरजेडी से उम्मीद थी वो पूरी हुई. आज विधानसभा से इसे सर्वसम्मति से पास किया. तेजस्वी ने कहा कि हमने विश्वास दिलाया था कि बिहार में NRC को लागू नहीं होंने देंगे. आज सरकार को विपक्ष के आगे घुटने टेकने पड़े.तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार कहती थी एक इंच पीछे नही हटेंगे, लालू यादव के खौफ से पीछे हटना पड़ा. NRC को बिहार में लागू नहीं होने देंगे की हमारी लड़ाई सफल हुई. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस बात पर अब ज्यादा राजनीति नहीं होनी चाहिए. जो जनता धरने पर बैठी है, उन सभी को धन्यवाद. अब बिहार में बात रोजगार दिलाने की होगी.

इससे पहले CAA-NPR-NRC पर स्थगन प्रस्ताव पर बहस के दौरान हंगामा हुआ, जिसे विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और अन्य लोगों ने आगे बढ़ाया और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार की आपत्ति के बाद स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने मंजूरी दे दी.

बता दें, विधानसभा में एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर सोमवार से हंगामा हो रहा है. सोमवार को सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि विपक्ष देश के संविधान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, इसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इस मुद्दे पर सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला. सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने आ गए. बढ़ते हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.

15 मई से शुरू हो जाएगा एनपीआर

सदन से बाहर मीडिया से तेजस्वी यादव ने कहा कि 'राजद, सीपीआई-माले और कांग्रेस ने एनपीआर को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया था। सदन के अंदर भाजपा के गुंडों ने अपने चरित्र को उजागर किया है। यह एनडीए की सरकार है, लेकिन सदन के अंदर ऐसा लग रहा था कि भाजपा और जदयू अलग-अलग है। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि एनपीआर 2010 के अनुसार होना चाहिए। मेरा सवाल है कि क्यों एनपीआर को लेकर नीतीश कुमार ने गजट नोफिकेशन जारी कराया? नोटिफिकेशन के अनुसार, एनपीआर 15 मई से चालू हो जाएगा। सरकार बताए कि यह 2010 के अनुसार होगा या केंद्र द्वारा बनाए गए नए फॉर्मेट के अनुसार। नीतीश कुमार भाषण में कहते हैं कि 2010 के अनुसार एनपीआर होना चाहिए। नीतीश विधानसभा में यह पारित कराएं कि 2010 के अनुसार ही एनपीआर होगा। सिर्फ भाषण देने से काम नहीं चलेगा।'

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