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कुमार कृष्णन, बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को सख्त लहजे में कहा है कि अवैध खनन पर कठोरता से अंकुश लगायें। इसमें संलग्न लोगों पर कठोर कानूनी कार्रवाई हो, यह सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि हाल में इस संबंध में व्यापक कार्रवाई की गई है।
यह बात एक अणे मार्ग में खान एवं भूतत्व विभाग की समीक्षा के दौरान कही।समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, वित्त के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा के दौरान विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर ने विभाग में किये जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में ऐतिहासिक, पुरातात्विक महत्व के पहाड़ों को संरक्षित रखना है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद बालू को ही राजस्व का एक मुख्य स्रोत माना जाता था। सरकार में आने के बाद हमलोगों ने सभी क्षेत्रों में विकास का काम किया है। इससे राजस्व के कई स्रोत बढ़े हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि उपभोक्ताओं को बालू आसानी से उचित कीमत पर प्राप्त हो सके, इसके लिये विभाग सतत मॉनिटरिंग करे। ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकी संतुलन को ध्यान में रखते हुए सारे कार्य किये जायें।