पटना

मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अफसरों के काम-काज की खुली पोल

सुजीत गुप्ता
6 Sep 2021 10:50 AM GMT
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अफसरों के काम-काज की खुली पोल
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कुमार कृष्णन

पटना। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में फरियादियों ने राज्य के सुशासन सरकार के अफसरों के काम काज की कलई खोलकर रख दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में' पुलिस व जमीन से जुड़े मामलों की शिकायतें सुनी। कारा, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग तथा सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें भी सुनी।


जनता दरबार में आई पश्चिमी चंपारण के वाल्‍मिकीनगर से आई कुमोद वर्मा ने आरोप लगाया कि 14 फरवरी को उनके पति की हत्‍या वहां के विधायक रिंकू सिंह ने करवा दी। लेकिन पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि रिंकू सिंह व उनके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। उनके पति पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा की हत्‍या मामले में जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह, शकील तथा बबलू के अलावा अन्‍य लोगों को आरोपित किया गया था। अपनी पार्टी के विधायक पर लगे आरोपों को सुनकर मुख्यमंत्री ने महिला को पुलिस महानिदेशक के पास भेज दियाऔर कहा कि पुलिस महानिदेशक के पास ले जाइए। वे सारे मामले वे खुद देखेंगे।

गौरतलव कि दयानंद वर्मा की हत्‍या पश्चिमी चंपारण के नौरंगिया थाने के सिरिसिया चौक के पास कर दी गई थी। इस बाबत उनकी पत्‍नी कुमोद वर्मा ने हत्‍या की जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी उसमें आरोप लगाया था कि उनके पति दयानंद वर्मा और शकील मियां के बीच कुछ विवाद हुआ था। तब शकील ने उनके पति को मारने की धमकी दी थी। इसके बाद वह 14 फरवरी को विधायक रिंकू सिंह समेत अन्‍य के साथ पहुंचा और पति को गोली मार दी। गंभीर हालत में उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई थी।


जनता दरबार में समस्तीपुर की एक लड़की ने एसटीएफ के डीएसपी पर गंभीर आरोप लगाया है। लड़की ने मुख्यमंत्री नीतीश से शिकायत की कि एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक अमन कुमार ने उनका यौन शोषण किया है। शिकायत में ये भी कहा कि पुलिस उपाधीक्षक फोन करके भी गंदी-गंदी बातें करते हैं। आरोप है कि जब लड़की पुलिस उपाधीक्षक की शिकायत लेकर थाने पहुंची तो वहां केस दर्ज करने से मना कर दिया। पीड़िता ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।

इस मामले को पुलिस महानिदेशक के पास भेजने को कहा। इसपर लड़की ने कहा कि वह पुलिस महानिदेशक से पहले ही शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लड़की ने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आजकल की लड़कियां जानबूझकर लड़कों को फंसाने का काम करती हैं। इसपर मुख्यमंत्री ने लड़की को गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव के पास भेज दिया।

सुपौल से आए एक फरियादी अपने साथ 51 आरोपों का पुलिंदा लेकर आया। फरियादी ने नीतीश कुमार के सामने बैठते ही आरोप लगाया कि सुपौल जिले में जबरदस्त भ्रष्टाचार है। जिले के जिलापदाधिकारी इन भ्रष्टाचारों को बढ़ावा दे रहे हैं।

सुपौल जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री के सामने आरोप लगाया कि जिले के डीएम भ्रष्टाचार के क्रियाकलाप में लिप्त हैं। उनके खिलाफ तो कई तरह की शिकायतें 1 साल से वह कर रहे हैं। मुख्य सचिव के सामने भी शिकायत की गई और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी लेकिन डीएम साहब के ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। फरियादी ने आरोप लगाया कि डीएम के क्रियाकलाप से सरकार की बदनामी हो रही है।

फरियादी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने 51 ऐसे मामलों की सूची सौंपी जो भ्रष्टाचार से जुड़े हुए हैं। फरियादी ने आरोप लगाया कि यह मामले उनके व्यक्तिगत नहीं बल्कि जिले से संबंधित है। जिले में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति से जुड़ी योजना में घोटाला किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं में भी जिले में जबरदस्त गड़बड़ी का आरोप फरियादी ने लगाया। इतना ही नहीं तालिमी मरकज घोटाले का भी आरोप डीएम के ऊपर लगाया गया है।

जनता दरबार में पहुंचे एक युवक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिकायत की कि उसे बंदूक का लाइसेंस नहीं मिल रहा है। युवक ने सीएम से शिकायत की कि वह 2015 से जिला मुख्यालय का चक्कर लगा रहा है लेकिन उसे बंदूक का लाइसेंस नहीं मिल रहा है। युवक ने आरोप लगाया कि स्थानीय डीएम जानबूझकर उसके बंदूक का लाइसेंस जारी नहीं कर रहे हैं।

युवक की बंदूक का लाइसेंस नहीं मिलने की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश बेहद नाराज हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे ले जाओ गृह विभाग के पास। बंदूक लाइसेंस के लिए डीएम के पास आवेदन देने बजाय यहां चला आया। यहां कोई बंदूक का लाइसेंस मिलता है क्या।

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