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बिहार के चम्पारण में शौचालय के टेंक में घुसने से छह लोंगों की मौत
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक बड़ी घटना सामने आई है. जिसमें बेला जीतपुर गांव में सुबह शौचालय की टंकी में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। इस घटना से इलाके में सनसनी फ़ैल गई।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी चम्पारण जिले के बेला जीतपुर गाँव में सवेरे ही सवेरे शौचालय की टंकी ने एक ही परिवार के छह लोंगों की जान ले ली। बताया कि लोग एक को निकालने अंदर जाते और मरते रहे. दो बचाया जा सकता था। लेकिन छौड़ादानो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तुरत औक्सीजन, इलाज न मिलने से चल बसे. उफ! क्या कहा जाए. इस देश में आज भी आम आदमी इलाज के चलते अपनी जान गंवा बैठा।.
सुबह-सुबह बिहार में छह लोगों की मौत हो गई। पूर्वी चंपारण के बनकटवा प्रखंड की जीतपुर पंचायत के बेला जीतपुर गांव में गुरुवार की सुबह एक शौचालय की टंकी में दम घुटने के कारण एक ही परिवार के आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। चार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि दो की इलाज के लिए लाए जाने के बाद छौड़ादानो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हो गई।
बताया गया है कि बेला जीतपुर निवासी दिनेश महतो के घर में शौचालय की नई टंकी बनी थी। गुरुवार की सुबह उनका पुत्र मोहन महतो (राज मिस्त्री) टंकी के छत की शटरिंग खोलने के लिए टंकी के अंदर गया। लेकिन, जाने के दस मिनट बाद तक वह बाहर नहीं आया।
पुत्र मोहन के बाहर नहीं आने के बाद पिता दिनेश भी टंकी के अंदर गए वे भी अंदर फंस गए। दोनों जब बाहर नहीं आए तो दिनेश की पत्नी पुत्र व पति को देखने वहां गईं और वह भी टंकी के अंदर लगी सीढ़ी से अंदर गईं। वह भी फंस गईं। फिर दिनेश का दूसरा पुत्र बसंत कुमार भी मां-पिता और भाई को देखने गया।
ये चारों जब नहीं लौटे तो परिवार में कोहराम मच गया। इतने में दिनेश का चचेरा भाई पन्नालाल महतो का पुत्र सचिन और पड़ोसी चोकट मुखिया का पुत्र सरोज मुखिया अंदर गए। एक-एक कर सभी एक दूसरे को बचाने के लिए टंकी में ना-समझी में प्रवेश करते गए और अंदर आॅक्सीजन की कमी के कारण दम घुट गया और चार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि दो अस्पताल में आने के बाद दम तोड़ गए।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर सिकरहना एसडीओ ज्ञान प्रकाश, पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की ओर लगातार भीड़ बेकाबू होती चली गई। लोग जिलाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े थे।
लोगों का कहना था कि मरे हुए लोगों के आश्रितों को सरकारी सहायता दिलाई जाए और अस्पताल के चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस बीच मौके की सूचना पर नरकटिया के विधायक डा. शमीम अहमद मौके पर पहुंचे हैं और पीड़ित लोगों को समझाने में लगे। काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका।
आॅक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत की होगी जांच
इतनी बड़ी घटना के पीछे शौचालय टंकी में प्रवेश करने के पहले की जानेवाली तैयारी अधूरी रही और जहरीली गैस से अनजान लोग बारी-बारी से टंकी में प्रवेश करते गए और एक साथ छह लोगों की मौत आॅक्सीजन की कमी के कारण हो गई। इस बीच ग्रामीणों का आरोप है कि चार ही लोगों ने मौके पर दम तोड़ा था।