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बछवाडा़ में कार्य दिवस में भी शिक्षक नें किया विद्यालय बंद , विद्यार्थियों ने किया जमकर हंगामा
शिवानन्द गिरि
बेगूसराय~ भये कोतवाल तो फिर काहे का डर" उक्त पंक्ति इन दिनों बछवाडा़ के शिक्षकों पर फिट बैठने लगी है। अथवा युं कहें कि शिक्षकों की दबंगई एवं कर्तव्यहीनता के कारण सर्व शिक्षा अभियान एवं नौनिहालों का भविष्य बीच रास्ते में हीं दम तोड़ रही है। कार्य दिवस मे हाय स्कूल बा द कर देने के बाद आज बच्चों ने जमकर हंगामा किया।
दरअसल ,मंगलवार को दादुपुर पंचायत स्थित भासो नंदनी संंतोष प्राथमिक विद्यालय उसराही बिंदटोली के छात्र-छात्राएं समय पर बस्ता लेकर स्कुल पहुंचे । मगर वहां को शिक्षक उपस्थित नहीं थे । जबकि विद्यालय में दो शिक्षक क्रमशः कृष्ण कांत कुमार (विद्यालय प्रधान) एवं प्रमिला कुमारी (सहायक शिक्षिका) कार्यरत हैं । लगभग आधे घंटे इंतज़ार के बाद शिक्षक आए हाजिरी बनाकर छुट्टी की घोषणा करते हुए चलते बनें । विद्यालय के शिक्षकों के लगातार इस रवैये से नाराज छात्र-छात्राओं का आक्रोश फुट पडा़ और विद्यालय प्रांगण में हीं विद्यार्थियों नें शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगें ।
पूर्व वार्ड सदस्य लक्षमण सिंह , ग्रामीण भिखारी सिंह , संतलाल सिंह , मुनेश्वर यादव , चैतु सिंह आदि नें बताया कि शिक्षकों का यह रवैया अब आम बात हो गयी है। मगर एक बात तो तय है कि शिक्षकों का यह कर्तव्यहीनता इसी प्रकार चलता रहा तो हमारे बच्चों का भविष्य एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम दोनों चौपट हो जाएगा । ग्रामीणों नें बताया कि देहात एवं दियारा क्षेत्र होने के कारण इस गाँव में कोई पदाधिकारी भी इस विद्यालय का निरीक्षण करने नहीं आते हैं । शिक्षक एवं पदाधिकारी आपसी मेल-जोल बैठाकर कागजी खानापूर्ति करते हैं और सरकारी खर्च का बंदरबांट कर लेते हैं । उपरोक्त मामले को लेकर जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी निर्मला कुमारी से शिकायत की गई तो भी कोई नतीजा नहीं निकला।