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पटना: विधानसभा चुनाव खत्म हो चुका है. सभी दल चुनाव नतीजों को लेकर आकलन करने में जुटे हैं. कांग्रेस में भी मंथन का दौर जारी है. इसी बीच कांग्रेस के गलियारों में एक ऑडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. ये ऑडियो बक्सर जिले के राजपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक चुने गए विश्वनाथ राम के करीबी अखिलेश मुखिया और बक्सर जिले के एक कांग्रेसी नेता की बातचीत का ऑडियो है.
इस ऑडियो में कांग्रेस (Congress) विधायक के करीबी अखिलेश मुखिया ये दावा करते नजर आ रहे हैं कि राजपुर की सीट विश्वनाथ राम ने 12 लाख रुपये में खरीदी है. हलांकि जब हमारे संवाददाता ने अखिलेश मुखिया से बात की तो पहले साफतौर पर इस बात को मानने से इंकार कर गए. लेकिन बाद में इसे गली मुहल्ले की बात कर मामले को हल्का बनाने की कोशिश करने लगे.
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में गलत टिकट बंटवारे को लेकर जमकर हंगामा हुआ था. गलत उम्मीदवार को टिकट बेचे जाने को लेकर सदाकत आश्रम में लगातार धरना प्रदर्शन हुआ. कांग्रेसी नेता इसे मनगढंत आरोप बताते रहे हैं. लेकिन आज जी मीडिया के हाथ एक ऐसा ऑडियो लगा है जो ये बताता है कि दाल में कुछ काला है.
दरअसल जी मीडिया के पास कांग्रेस की टिकट पर राजपुर सीट से विधायक चुनकर आए विश्वनाथ राम के बेहद करीबी अखिलेश मुखिया का एक ऑडियो हाथ लगा है. ऑडियो में अखिलेश मुखिया बक्सर जिले के एक कांग्रेसी नेता से ये दावा करते हुए दिख रहे हैं कि विश्वनाथ राम ने टिकट 12 लाख रुपये देकर खरीदा है. इतना ही नहीं विधायक विश्वनाथ राम को टिकट कैसे मिला, किस जाति के नेता ने उन्हें शक्ति सिंह गोहिल तक पहुंचाया इस बात का भी जिक्र उस ऑडियो में शामिल है.
दरअसल कांग्रेस एमएलए विश्वनाथ राम पहले बीजेपी के नेता थे. उनके पिता और चाचा ने भी बीजेपी की ही राजनीति की है. 2015 में वो बीजेपी के टिकट से चुनाव लड चुके थे. लेकिन इसबार बीजेपी ने विश्वनाथ राम को भाव नहीं दिया. ऐसे में विश्वनाथ राम ने रातों रात कांग्रेस का दामन थाम राजपुर से टिकट ले लिया और जीत भी गये. भाजपाई विश्वनाथ राम को आनफानन में कांग्रेस का टिकट कैसे मिला इसबात की चर्चा बक्सर जिले में काफी तेजी से होने लगी. ऐसे में जब एक कांग्रेसी नेता ने एमएलए विश्वनाथ राम के करीबी अखिलेश मुखिया से बात की तो उसने चौकानेवाला खुलाशा किया.
बक्सर जिले के एक कांग्रेसी नेता कुमार विजय से भी पूरे मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि कुमार विजय लंबे समय से कांग्रेस पार्टी के लिए बक्सर से राजनीति करते रहे हैं. कुमार विजय अखिलेश मुखिया के दावे के बिलकुल सही बताते हैं. कुमार विजय की माने तो कांग्रेस पार्टी ने हर सीट के लिए तीन स्तर से उम्मीदवारों के नाम मंगवाये थे. लेकिन, उसमें कहीं भी विश्वनाथ राम के नाम का जिक्र नहीं था. ऐसे में कांग्रेसियों को छोड बाहरी सख्स को अचानक कैसे टिकट दे दिया गया.
5 अक्टूबर को विश्वनाथ राम की कांग्रेस में ज्वाईनिंग हुई और आठ अक्टूबर को उन्होंने नॉमिनेशन कर दिया. कुमार विजय ये भी बताते हैं कि वायर ऑडियो में जिस भूमिहार नेता का जिक्र आया है वो कोई और नहीं सांसद अखिलेश सिंह हैं. अखिलेश सिंह ने अपने 14 लोगों को टिकट दिलवाया है. आलाकमान को इस ऑडियो की पूरी जांच करनी चाहिए. दिल्ली के नेताओं ने पैसे के लिए राहुल गांधी को धोखा दिया है. यही वजह रही कि कहीं के उम्मीदवार को कहीं दूसरे जगह की टिकट थमा दी गयी.
इधर कांग्रेस ने पूरे मामले को फर्जी बता दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि किसी विधायक के करीबी के दावे को सच नहीं माना जा सकता. जब तक विधायक खुद नहीं स्वीकार कर लेते तब तक इसे सच नहीं माना जा सकता. हां इतना जरुर है कि टिकट के वक्त विश्वनाथ राम पार्टी में शामिल हुए थे. कई और नेता भी शामिल हुए. जीत की संभावना को देखते हुए ऐसे नेताओं को ही शामिल कराकर टिकट दिया गया था.
कांग्रेस अध्यक्ष भले ही मामले को फर्जी बता रहे हों. लेकिन उन्हीं की पार्टी के नेता मामले के सही होने का दावा ठोक रहे हैं. ऐसे में इस बात से इऩ्कार नही किया जा सकता कि टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में उठा बवाल अभी कांग्रेसियों को और परेशान करेगा.