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नीतीश कुमार को तलाश अब किसकी, चुनावी में मांझी बनेगा कौन?
पटनाः जलजमाव को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ट्वीट ने सियासी उठापटक मचा रखी है। केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में पटना के जलजमाव के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को दोषी ठहराया है। ट्वीट आने के बाद जेडीयू के नेताओं के साथ-साथ बीजेपी के नेताओं ने भी गिरिराज सिंह को आड़े हाथों लिया।
जिस तरह से पिछले काफी समय से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार के मुख्यमंत्री पर हमलावर बने हुए है उसका इशारा किस और जा रहा है। यहाँ पर यह कहावत बिलकुल चरित्रार्थ हो रही है जिसमें कहा जाता है कि दरिया समुंद्र में मिलकर दरिया नहीं रहता है। चूँकि बीजेपी अब एक समुंद्र है और जदयू एक दरिया था अब उसमें मिलने के बाद उसका भी हाल बिगड़ चुका है।
जिस तरह से लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने मन माफिक सीटें ले ली थी उससे बीजेपी भी काफी असहज हुई थी। उस समय लोकसभा चुनाव जीतना बीजेपी के सबसे अहम बात थी इसलिए जदयू की सब बात मानी थी क्योंकि विधानसभा चुनाव में अपनी हार देख चुके थे इसलिए कोई रिस्क लेना ठीक नहीं था। लेकिन नीतीश का लालू के साथ जाना और फिर उनसे अलग होना दोनों को घातक साबित जरुर होगा। लालू को इसका सबक लोकसभा में मिला है जबकि नीतीश को इसका फायदा हुआ और उनके संसद सदस्यों की संख्या अब तक की सबसे ज्यादा हो गई।
लेकिन जिस तरह से बीजेपी के बड़े नेता सीएम नीतीश कुमार पर हमला कर रहे हों और केंद्रीय नेत्रत्व खामोश होकर यह खेल देख रहा हो। तो सवालिया निशान तो खड़ा हो जाता है। अब देखना यह है अब नितीश को किसकी तलाश है चूँकि जिस तरह से लालूप्रसाद की परेशानी बड़ी है उससे तो साफ़ जाहिर हो रहा है कि उनको किसी साथी की तलाश है।
जेडीयू नेताओं ने केंद्रीय मंत्री से पूछा सवाल
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के जलजमाव पर ट्वीट के बाद बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि गिरिराज सिंह केंद्र में मंत्री हैं, लेकिन वे अपनी एक भी योजना का नाम बता दें। उन्होंने अपने इलाके में क्या क्या किया है, जनता सब जानती है। सांसद होने के नाते भी वे जनता से दूर ही रहते हैं। वहीं पूर्व विधान पार्षद रूदल राय ने गिरिराज सिंह के बारे में कहा कि गिरिराज सिंह हमेशा राजनीतिक आपदा में नीतीश जी को याद करते हैं, लेकिन प्राकृतिक आपदा के समय उन्हें कोसते हैं। उनमें अगर हिम्मत है तो वे बाढ़ के मामले में सांसद पद से इस्तीफा देकर चुनाव फिर से लड़ें। अगर हिम्मत है तो बाढ़ पीड़ितों को एक साल का वेतन दे दें।
बीजेपी नेताओं ने भी दी नसीहत
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के जलजमाव पर किए ट्वीट पर बीजेपी नेता भी मंत्री को नसीहत देने से बाज नहीं आए। नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह समय जदयू-बीजेपी के दोषारोपण का नहीं है। इस समय सभी लोगों को सहायता पहुंचाने की जरूरत है। बयानबाजी करने से कुछ नहीं होना है। बीजेपी नेता राजीव रंजन ने भी जदयू नेताओं को नसीहत दी है। बयानबाजी करने के बजाए काम करवाने पर ध्यान दें सभी नेता। वहीं बीजेपी नेता नितिन नवीन ने घटक दलों के बीच समन्वय बनाने की कोशिश करते हुए कहा कि ज्यादा बयानबाजी से सभी को बचने की आवश्कता है। जलजमाव के बाद इस मामले में दोषी लोगों पर जिम्मेवारी तय करने की जरूरत है। सीएम ने भी कहा है कि जिम्मेवारी तय होगी।