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बिहार। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी चुनाव आयोग पर करारा हमला कीया ट्वीट के जरिये चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाये । जिस तरह देशभर के स्ट्रोंग रूम्स के आसपास ईवीएम की बरामदगी हो रही है। ट्रकों और निजी वाहनों में ईवीएम पकड़ी जा रही है। ये कहाँ से आ रही है,कहाँ जा रही है? कब,क्यों,कौन और किसलिए इन्हें ले जा रहा है? क्या यह पूर्व निर्धारित प्रक्रिया का हिस्सा है? चुनाव आयोग को अतिशीघ्र स्पष्ट करना चाहिए।
दुसरे ट्वीट के माध्यम से कहा कि सीबीआई और ईडी की तरह चुनाव आयोग ने भाजपा से पहले गठबंधन किया, अब उसमें विलय कर बेशर्मी से काम कर रहा है। वोटिंग के दिन तेजस्वी को फ़र्ज़ी तरीक़े से फँसाने और बदनाम करने के लिए उसकी जगह किसी और का फ़ोटो लगा दिया गया ताकि बेवजह विवाद उत्पन्न कर नकारात्मकता व विघ्न पैदा किया जाए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के साथ चुनाव आयोग का ऐसा सलूक दुर्भाग्यपूर्ण है। सोचिए आम मतदाता के साथ कैसा होगा? चुनाव आयोग ने तेजस्वी की जगह किसी और का फ़ोटो लगाने के मामले में क्या कारवाई की? इसका दोषी कौन है? तेजस्वी के साथ ही ऐसा क्यों किया गया? क्या साज़िश रची जा रही थी?
वही मेरी बेटी रोहिणी मतदान से एक दिन पहले सिंगापुर से चलकर पटना आयी लेकिन मतदाता सूची से उसका नाम नदारद था? भाजपा के कार्यकर्ता सह चुनाव आयोग अधिकारी बतायें उसका नाम सूची से क्यों और किसलिए काटा गया?