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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले से जुड़ी सबसे बड़ी 139.5 करोड़ रुपए अवैध निकासी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाते ही कोर्ट के बाहर मौजूद उनके कई समर्थक रोने लगे। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कई नेता और कार्यकर्ता सुबह से रांची के स्टेट गेस्ट हाउस पर जुटे थे। लालू को दोषमुक्त किए जाने की प्रार्थना के साथ मंगलवार की सुबह से ही कुछ स्थानों पर हवन-पूजन भी चल रहा था। समर्थक लालू यादव की उम्र, सेहत और न्याय प्रक्रिया में किए गए सहयोग के आधार पर उन्हें राहत मिलने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया तो समर्थकों की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। उनके बीच मायूसी छा गई और आंखें नम हो गईं।
बता दें कि लालू यादव को चारा घोटाले के चार मामलों में पहले ही दोषी ठहराया जा चुका था। इस समय वह जमानत पर चल रहे थे। डोरंडा कोषागार से 139.5 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में चारा घोटाले में पांचवीं बार उन्हें दोषी ठहराया गया है। सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में 24 आरोपियों को रिहा कर दिया है जबकि 34 लोगों को तीन साल की जेल और जुर्माने की सजा सुनाई है। लालू यादव और 41 अन्य आरोपियों की सजा पर 21 फरवरी को फैसला आएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 24 लोगों को इस मामले में बरी किया गया है। बरी होने वालों में राजेंद्र पांडेय, साकेत बिहारी लाल, दीनानाथ सहाय, राम सेवक, ऐनल हक, सनाउल हक, मो हुसैन, कलशमनी कश्यप, बलदेव साहू, रंजित सिन्हा,अनिल सिन्हा, अनिता प्रसाद, रमावतार शर्मा, चंचल सिन्हा, रामशंकर सिंह, बसंत सिन्हा, क्रांति सिंह, मधु मेहता शामिल हैं।