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भाजपा इनके हाथों में सौंप सकती है राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान
नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड जीत से दूसरी बार सरकार बनाने मे कामयाब रही है। तो पीएम मोदी के दूसरी बार शपथ ग्रहण करने के बाद, जब अमित शाह भी शपथ ग्रहण किये तो सबकी निगाहे भाजपा के राष्ट्रीय पद पर हो गई की शाह के गृहमंत्री बनने के बाद अगला भाजपा के अध्यक्ष कौन होगा। लेकिन अब नए अध्यक्ष को लेकर तलाश शुरू हो गई है। ऐसे में भाजपा में मध्यप्रदेश का कद और भी बढ़ने वाला है क्योंकि बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बंगाल की कमान संभालने के बाद नतीजों से सबको चौंका दिया है।
आपको बतादे कि कैलाश विजवर्गीय को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। जिस तरह वह लगातार बंगाल में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय और उनके करीबियों को इस बात की उम्मीद जरूर है, पश्चिम बंगाल में 2014 के चुनाव में भाजपा केवल 2 सीटे ही जीत सकी थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी और बामदल के वोटों में सेंध लगाते हुए 18 सीटे भाजपा के झोली में आ गई। विजवर्गीय ने जिस तरह से वहा पर रणनीति बनाईष उससे उन्हें पश्चिम बंगाल में मिली सफलता का तोहफा अध्यक्ष के रूप में दिया जा सकता है।
हालांकि संघ और भाजपा के सहमति से ही अध्यक्ष पद का चुनाव होगा। सुत्रों से मिली जानकारी के द्वारा कैलाश विजयवर्गीय के नाम पर संघ भी अपनी सहमति जता रहा है। उनकी कार्यकर्ताओं में भी अच्छी पैठ मानी जाती है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी उनसे खुश हैं। इनके अलावा बिहार और गुजरात के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव भी दावेदार हैं। जेपी नड्डा भी इस दौड़ में शामिल हैं। ये तीनों ही नाम संगठन और राजनीति को एक मंच पर लाने और सामंजस्य बनाने में माहिर माने जाते हैं। इनका चुनावी रणनीति काबिले तारीफ मानी जाती है, और इनका कोई तोड़ नहीं है।