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प्रभु की रेल ने तोड़े इनकम के सारे रिकार्ड

Special News Coverage
27 Jan 2016 9:16 AM GMT
Suresh Prabhu Rail Minister
नई दिल्ली
रेल मंत्री सुरेश प्रभु लगातार अपनी रेल की स्पीड बढ़ते हुए नजर आ रहे है। कभी ट्विटर पर की गई शिकायत का तुरत फुरत निस्तारण चर्चा में आता है तो गलत शिकायत पर जेल भिजवाना भी चर्चा में आता है। लेकिन इस बार चर्चा पिछली कमाई के लिहाज से भारतीय रेल का दिल्ली डिविजन लगातार अपनी इनकम में बढ़ोतरी कर रहा है।


साल 2015 में
साल 2015 में रेलवे के दिल्ली डिविजन में 42 रुपये के खर्च पर 100 रुपये की रेकॉर्ड कमाई की। यह इस डिविजन के लिए अब तक का सबसे अधिक कमाई वाला साल रहा है। यही नहीं उसने इतने बिजी ट्रैक के बावजूद 152 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई और 58 किलोमीटर के ट्रैक को बिजली वाला किया।

स्पेशल ट्रेनों से भारी सफलता
इस बारे में दिल्ली डिविजन के डीआरएम अरुण अरोड़ा ने बताया कि उनके डिविजन से हर रोज एक हजार से अधिक ट्रेनें ऑपरेट होती हैं। इनसे करीब 10 लाख यात्री सफर करते हैं। उन्होंने बताया कि 2015 में दिपावली और छठ के दौरान रेकॉर्ड 453 स्पेशल ट्रेनों को चलाया गया। इनसे पांच लाख से अधिक यात्रियों को यात्रा करने की सुविधा मिली। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली डिविजन में पहले से ही ट्रेनों का इतना अधिक ट्रैफिक है कि यहां अब और नई ट्रेनें चलाने की बहुत अधिक गुंजाइश नहीं बची है। बावजूद इसके, पिछले साल 17 नई ट्रेनें चलाई गईं। जबकि 43 ट्रेनों के मार्ग को बढ़ाया गया।


गंदगी फैलाने बालों
स्टेशन के अंदर गंदगी फैलाने वाले 55 हजार से अधिक पैसेंजरों को पकड़कर उनकी पर्ची काटी गई। जबकि बिना टिकट के पकड़े जाने वाले लोगों से 23 करोड़ रुपये वसूले गए जोकि 2014 से 17 फीसदी अधिक रहा। इनके अलावा दिल्ली डिविजन ने अलग-अलग जगहों पर 18 नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किए। इससे रेल ट्रैफिक को ऑपरेट करना और आसान हुआ।

डीआरएम अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली डिविजन में साल-दर-साल यात्रियों और ट्रेनों का ट्रैफिक बढ़ता जा रहा है। फिर भी उनकी टीम ने ठोस योजना बनाते हुए इन टास्क को पूरा कर दिखाया। पिछले साल रिकॉर्ड आठ हजार करोड़ रुपये की कमाई की गई। उन्होंने यह भी बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 1 फरवरी से वॉटर वेंडिंग मशीनें काम करना शुरू कर देंगी। इन्हें लगाना शुरू कर दिया गया है। यहां से यात्री सस्ता आरओ वॉटर खरीद सकेंगे। पहले चरण में 70 मशीनें लगाई जाएंगी।
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