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बजट 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट किया पेश, अंत में बना ये रिकार्ड
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण आजाद भारत के इतिहास का सबसे लंबा भाषण बन गया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को आम बजट 2020 पेश करते हुए एक नया रिकॉर्ड बना दिया. उन्होंने बजट इतिहास की अब तक की सबसे लंबी स्पीच पढ़ी. इससे पहले भी सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड उनके नाम था, हालांकि तब उन्होंने सबसे लंबे बजट भाषण से सिर्फ 3 मिनट ज्यादा लंबा भाषण दिया था ।
2020-21 का बजट पेश करते हुए उन्होंने सबसे लंबा भाषण दिया. सीतारमण की बजट स्पीच 2 घंटे 41 मिनट तक चली. पिछला बजट भाषण उन्होंने 2 घंटे 17 मिनट का दिया था निर्मला सीतारमण से पहले बजट इतिहास में सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड एनडीए सरकार में वित्त मंत्री रहे जसवंत सिंह के नाम था. उन्होंने 2003 में दो घंटे 13 मिनट का भाषण दिया था. अब सबसे लंबा बजट भाषण देने में चौथे, पांचवें और छठे नंबर पर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम है. उन्होंने ये बजट भाषण 2014, 2017 और 2016 में दिए थे.
निर्मला सीतारमण का ये बजट भाषण और लंबा हो सकता था, लेकिन बजट पेश करते हुए उनकी तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें अपना बजट भाषण अंत में छोड़ना पड़ा सीतारमण आखिरी दो- तीन पृष्ठ नहीं पढ़ पाई और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष की अनुमति से उसे पढ़ा मानकर सदन के पटल पर रख दिया। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जब अरुण जेटली बजट पेश कर रहे थे, उस समय उनकी भी तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने आधा बजट बैठकर पढ़ा था।
शब्द सीमा की बात की जाए तो सबसे ज्यादा शब्दों वाले बजट भाषण का रिकॉर्ड पूर्व वित्तमंत्री मनमोहन सिंह के नाम है. 1991 में ऐतिहासिक बजट पेश करते हुए मनमोहन सिंह के बजट भाषण में 18,650 शब्द थे. इसके बाद दूसरा नंबर अरुण जेटली का है. उन्होंने 2018 में जो बजट पेश किया था, उसमें 18604 शब्द थे 1977 में सिर्फ 800 शब्दों का बजट पेश कियाबजट इतिहास में सबसे कम शब्दों का बजट पेश करने का रिकॉर्ड एचएम पटेल के नाम है. उन्होंने 1977 में सिर्फ 800 शब्दों का बजट पेश किया था।