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व्यवसाय: कीजिए ड्रैगन फ्रूट की खेती, कमाइए लाखों में
Business: व्यावसायिक खेती और परंपरागत खेती के बारे में आपने सुना ही होगा। परंपरागत खेती में धान, गेहूं, जौ, बाजरे की फसल आती है तो व्यावसायिक खेती में गन्ना, सब्जी की खेती, पिपरमिंट आदि का नाम आता है। आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी खेती के बारे में जिसे करके आप मालामाल हो जाएंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं, ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में।
मिर्जापुर में होती है इसकी खेती
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बड़े पैमाने पर ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाती है। वहां के किसान अब परंपरागत खेती के साथ ही साथ इस व्यावसायिक खेती को भी कर रहे हैं, और लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं। मिर्ज़ापुर जिले के सीटी ब्लॉक, नुआव व मड़िहान ब्लॉक के राजगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों और गांवों में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है। ड्रैगन फ्रूट की खेती करके आपके साथ लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं।
महानगरों में होती है आपूर्ति
यूपी के मिर्ज़ापुर जिले में अब करीब 86 एकड़ भूमि में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है। 16 से अधिक किसान बड़े स्तर पर ड्रैगन फ्रूट की पैदावार कर रहे हैं। तो वहीं अन्य ब्लॉकों में सौ से अधिक किसान भी ड्रैगन फ्रूट की खेती करते हैं। चंदौली, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर सहित कई अन्य जिलों और प्रदेशों में ड्रैगन फ्रूट की आपूर्ति बड़े पैमाने पर की जा रही है।
शुरुआती खर्च आता है तीन लाख का
खेती की शुरुआत में ड्रैगन फ्रूट में लगभग 3 लाख रुपये का खर्च आता है। तो वहीं तीसरे साल से ड्रैगन फ्रूट की खेती में 5 लाख रुपये तक का मुनाफा मिलना शुरू हो जाता है। मिर्जापुर में इस वर्ष लगभग 20 टन ड्रैगन फुट की पैदावार की गई है। अनुमानत: अगले वर्ष यह पैदावार 100 टन तक पहुंच जाएगा।
विदेश की देन है ड्रैगन फ्रूट
यूपी के जिले मिर्ज़ापुर में पैदा होने वाला ड्रैगन फ्रूट एशिया महाद्वीप के वियतनाम,मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मैक्सिको, इजरायल, श्रीलंका और मध्य एशिया में भी उगाया जाता है। मिर्जापुर में करीब 3200 पौधे वियतनाम देश से लाए गए थे। ड्रैगन फ्रूट की खेती एशिया महाद्वीप के थाईलैंड देश में सबसे ज्यादा की जाती है।
डेंगू के रोग में लाभदायक है ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फ्रूट से कई बीमारियों की दवाइयां बनती हैं तो इसके फल भी बीमारियों में काफी फायदेमंद होते है। दिल की बीमारियों से लेकर शुगर तक को ठीक करने में यह फल काफी फायदेमंद साबित होता है। इसके साथ ही साथ इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी ड्रैगन फ्रूट काफी फायदेमंद है। डेंगू के रोग में प्लेटलेट्स कम हो जाने पर इस फल को खाने पर प्लेटलेट्स बहुत जल्द बढ़ जाता है। साथ ही साथ फीवर, हृदय रोग के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी यह फल फायदेमंद होता है। ड्रैगन फ्रूट 3 तरीके का होता है, जो पहले तरीके का बाहर से लाल और अंदर से भी लाल होता है। दूसरे तरीके का बाहर से लाल और अंदर से पूरी तरह सफेद होता है। तीसरे तरीके का बाहर से पीला और अंदर से सफेद रंग का होता है। सबसे ज्यादा कीमत बाहर से लाल और अंदर से भी लाल वाली वैरायटी की होती है।