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चिकेन और अंडे के दामों ने छुआ आसमान,जानिए क्यों बढ़ रहे है दाम?
नई दिल्ली: कोरोना संकट के दौरान देश में लगातार बढ़ती महंगाई से लोग परेशान है.ऐसे में पहले से ही फल,सब्जि और खाघ तेल के दाम आसमान छू रहे थे. अब चिकेन और अंडे की किमतों में तेजी से इजाफा होने से आम जनता बेबस है.
कोरोना महामारी में महंगाई का सीधा असर अब पोल्ट्री फार्म पर भी देखने को मिल रहा है.जो चिकन पहले 140 से 160 रुपये किलो बिकता था वो अब 250 से 280 रुपये प्रति किलो बिक रहा है .वहीं, कच्चे अंडे की कीमत भी 5 रुपये प्रति पीस से बढ़कर 7 रुपये प्रति पीस हो चुकी है.
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रमेश खत्री ने बताया कि, "मक्का, सोयाबीन, बाजरा और सोया आहार जैसे कच्चे माल की कीमतों में तेजी आने से पोल्ट्री प्रोडक्ट्स की लगात में 50 से 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही देशभर के पोल्ट्री फार्म से जुड़े किसान कच्चे माल की कीमतों में उछाल आने के कारण इस साल इस कारोबार से बाहर रहे हैं. देश के कई हिस्सों में बीमारियों से मुर्गियों की मौत हो गई हैं. इससे भी उत्पादन प्रभावित हुआ है."
वही उन्होंने आगे कहा, अंडा और चिकन, से जुड़े कारोबारी अभी घाटे में काम कर रहे हैं.पोल्ट्री के फार्म में दाम अभी भी 120 से 130 रुपये प्रति किलोग्राम पर है. हालांकि, खुदरा बाजार में कीमत इससे काफी अधिक है." उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी चिकन और अंडे की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से बहुत राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. इस पूरे साल में चिकन की महंगाई बनी रहेगी. बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टर भी लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पोल्ट्री प्रोडक्ट्स यूज करने की सलाह दे रहे हैं. यह भी एक वजह है कि ये प्रोडक्ट्स महंगे होते जा रहे हैं.