आर्थिक

कोरोना से इकोनॉमी को लगेगा तगड़ा झटका, मूडीज ने भारत के GDP में सिर्फ 2.5 ग्रोथ का लगाया अनुमान

Shiv Kumar Mishra
27 March 2020 11:50 AM GMT
कोरोना से इकोनॉमी को लगेगा तगड़ा झटका, मूडीज ने भारत के GDP में सिर्फ 2.5 ग्रोथ का लगाया अनुमान
x
मूडीज ने कहा है ​कि साल 2019 के लिए देश की जीडीपी वृद्धि 5 फीसदी के आसपास रह सकती है.

कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से इकोनॉमी को लगातार नुकसान हो रहा है. ऐसे में रेटिंग एजेंसियां दुनिया सहित भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटाती जा रही हैं. मूडीज ने भारत के जीडीपी अनुमान को कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए 5.3 फीसदी से घटाकर महज 2.5 फीसदी कर दिया है.

ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने पहले भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में बढ़त 5.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. कोरोना वायरस संकट को लेकर मूडीज का कहना है कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगेगा. मूडीज ने कहा है ​कि साल 2019 के लिए देश की जीडीपी वृद्धि 5 फीसदी के आसपास रह सकती है.

क्या कहा मूडीज ने

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मूडीज ने अपने 'ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2020-21' में कहा कि अनुमानित वृद्धि दर के हिसाब से भारत में 2020 में आय में तेज गिरावट हो सकती है. इससे 2021 में घरेलू मांग और आर्थिक स्थिति में सुधार की दर पहले से अधिक प्रभावित हो सकती है.

एजेंसी ने कहा है, 'भारत में बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के पास नकद धन की भारी कमी के चलते भारत में कर्ज हासिल करने को लेकर पहले से ही बड़ी बाधा चल रही है.' गौरतलब है कि चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना दुनिया के 199 से ज्यादा देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. अबतक कोरोना की चपेट में आकर दुनिया में कुल 24,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया के 50 से ज्यादा देशों के 170 करोड़ लोग कोरोना के कारण घरों में कैद रहने को मजबूर हैं.

इस हफ्ते की शुरुआत में भारत सरकार ने देश में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है. कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के देश में अब तक 700 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 17 लोगों की मौत हो चुकी है. लॉकडाउन की वजह से कारोबार और सभी तरह के कामकाज बंद हो गए हैं.

एसबीआई इकोरैप ने भी घटाया अनुमान

इससे पहले गुरुवार को आई एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार 2019-20 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 5 प्रतिशत से घटकर 4.5 प्रतिशत रह सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, इसका कारण चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.

Next Story