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राहत भरी ख़बर : सरकार की बैठक के बाद फैसला, खाने वाले तेल होंगे इतने सस्ते!
देश में खाने-पीने की चीजों पर बढ़ती महंगाई के बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है. आसमान पर पहुंच चुके खाने के तेल की कीमतों में आने वाले हफ्तों में कमी आने की उम्मीद है. खाद्य तेल की कीमतों को लेकर कंपनियों के साथ खाद्य सचिव की बैठक में इसका फैसला लिया गया है. खाद्य और उपभोक्ता मंत्रालय के साथ हुई बैठक के बाद खाद्य तेल प्रोसेसर और निर्माताओं ने तेल की कीमतों में कटौती करने पर सहमति जताई है. विदेशी मार्केट में खाने वाले तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद घरेलू कीमतों में कटौती की जा सकती है.सरकार की कोशिश है कि गिरी हुई कीमतों लाभ घरेलू उपभोक्ताओं को भी मिले.
10 से 12 रुपये हो सकता है सस्ता खबरों की मानें तो तेल बनाने वाली कंपनियों ने वैश्विक बाजार में आई कीमतों में नरमी के बाद घरेलू बाजार में खाद्य तेल की कीमतें कम करने पर सहमति जताई है. आने वाले दिनों में खाने वाले तेल की खुदरा कीमतों में 10-12 रुपये की गिरावट आ सकती है. हालांकि, पिछले महीने भी तेल निर्माताओं ने कीमतों में कटौती की थी. लेकिन मंत्रालय का मानना है कि वैश्विक कीमतों में गिरावट के बाद अभी भी कीमतों में कटौती की गुंजाइश है.
बीते मई महीने के बाद यह इस तरह की तीसरी बैठक थी. विशेष रूप से पाम तेल के सबसे बड़े निर्यातक इंडोनेशिया की तरफ से शिपमेंट पर प्रतिबंध हटाने के बाद सूरजमुखी और सोया तेलों की आपूर्ति आसान हो गई है. इस वजह से वैश्विक खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई है.
पिछले महीने घटे थे 30 रुपए
पिछले महीने खाने के तेल की कीमत में 30 रुपये प्रति लीटर तक की गिरावट की गई थी. कई कंपनियों ने जुलाई के तीसरे हफ्ते से ही एक लीटर की शीशी और पाउच के एमआरपी में 30 रुपये की कटौती कर दी थी. दाम में कमी के पीछे ग्लोबल मार्केट में एडिबल ऑयल (Edible oil) कीमतों में कमी आना भी है.