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अडानी ग्रुप का कैसे हुआ भंडाफोड़, गुब्बारा कल फूट गया है जानिए पूरा मामला
गिरीश मालवीय
अडानी ग्रुप का पिछले कई सालों से हवा भर भर कर फुलाया जा रहा गुब्बारा कल फूट गया है इस गुब्बारे में पिन मारने NSDL ने किया है,
कल खबर आई है कि NSDL ने अडानी ग्रुप की तीन बड़ी कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने वाले Albula इनवेस्टमेंट फंड, Cresta फंड और APMS इनवेस्टमेंट फंड के अकाउंट फ्रीज किए हैं, ये तीनों फंड मॉरीशस के हैं और सेबी में इन्हें विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) के रूप में रजिस्टर्ड किया गया है.सबसे बड़ी बात यह है कि इन तीनो कम्पनियो का 96% इन्वेस्टमेंट केवल अडानी ग्रुप में है, ये तीनों का पोर्ट लुई में एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं और इनकी कोई वेबसाइट नहीं है।
अब जिस NSDL नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने इस पर रोक लगाई है उसे समझ लीजिये यह एक संगठन है, जो रजिस्ट्रार और कम्पनी के बीच शेयरों के डीमैट रियलाइजेशन के लिए एक माध्यम हैं एनएसडीएल भारतीय सरकार द्वारा पंजीकृत डिपॉजिटरी हैं जो कई प्रकार की प्रतिभूतियों जैसे की स्टॉक्स, बॉन्ड, ईटीएफ्स की इलेक्ट्रॉनिक प्रतियों को संभालते हैं. NSDL द्वारा पैन कार्ड भी बनाया जाते है.
NSDL ने कहा है कि मनी लॉड्रिंग रोधी कानून (PMLA) के तहत इन अकाउंट से फायदा उठाने वाले स्वामित्व के बारे में पर्याप्त जानकारी न देने की वजह से यह कार्रवाई की गई है.....
यानी बार बार पूछे जाने पर भी अडानी समूह इन तीन निवेशकों की जानकारी NSDL को देने में असमर्थ रहा है.... साफ नजर आ रहा है कि दाल में बहुत कुछ काला है ......अडानी समूह अब इस खबर का खंडन कर रहा है लेकिन तीर कमान से निकल चुका है......