- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
JRD Tata's 115th birth anniversary: जेआरडी टाटा ने 5 दशक में 95 से ज्यादा कंपनी खड़ी करने का बनाया था कीर्तिमान
नई दिल्ली : भारत के आर्थिक विकास की गाथा जब भी लिखी जाएगी उसमें भारत रत्न जेआरडी टाटा-JRD Tata (जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा) का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. जेआरडी टाटा का जन्म 29 जुलाई 1904 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था. जेआरडी की शुरुआती शिक्षा पेरिस में ही हुई. हालांकि शुरुआत में जेआरडी टाटा फ्रांस की सेना में भर्ती हो गए.
पिता को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने उन्हें तुरंत स्वदेश वापस बुला लिया. 1924 में जेआरडी सेना की नौकरी छोड़कर भारत आ गए. जेआरडी टाटा ने पारिवारिक कारोबार में शामिल होकर टाटा समूह (Tata Group) को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया.
जेआरडी टाटा ने अपना शुरुआती कारोबारी प्रशिक्षण टाटा के मुंबई स्थित मुख्यालय में जेसीके पीटर्सन (तत्कालीन डायरेक्टर इंचार्ज, टाटा स्टील) के मार्गदर्शन में शुरू किया. स्टील कारोबार की शुरुआती ट्रेनिंग के बाद वे 1926 में जमशेदपुर चले गए. वहां उन्होंने टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी के परिचालन का अध्ययन किया. जमशेदपुर में रहने के दौरान उन्हें पिता आरडी टाटा की मृत्यु की सूचना मिली. जेआरडी मुंबई वापस लौट गए. जेआरडी को पिता के जाने के बाद टाटा संस लिमिटेड का डायरेक्टर बनाया गया. डायरेक्टर पद पर आसीन होने के समय उनकी आयु 26 साल थी.
1933 में टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी के डायरेक्टर बने
टाटा संस के डायरेक्टर जेआरडी टाटा को 1933 में टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया. 1938 में टाटा स्टील के तत्कालीन अध्यक्ष सर एनबी सकलतवाला की मृत्यु के बाद जेआरडी टाटा स्टील के अध्यक्ष पद पर नियुक्त हुए. जेआरडी टाटा स्टील के अध्यक्ष पद पर लगातार 46 वर्ष तक रहे.
जेआरडी टाटा ने जब टाटा समूह की जिम्मेदारी संभाली थी उस समय सिर्फ 14 कंपनियां थीं. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और दूरदर्शी नीतियों से 5 दशक बाद टाटा समूह में 95 से अधिक कंपनियां खड़ी हो गईं. टाटा संस का चेयरमैन बनने के बाद उन्होंने समूह को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए.