दुनिया से गरीबी दूर करने के लिए लड़ने वालीं भारतवंशी सीईओ लैला का 37 की उम्र में निधन

भारतीय मूल की अमेरिकी उद्यमी लैला जानाह का 37 साल की उम्र में निधन हो गया। कैंसर से जूझ रहीं लैला ने 24 जनवरी को अंतिम सांस ली। उनकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी समसोर्स ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। लैला दुनिया से गरीबी दूर करना चाहती थीं। उनकी कंपनी गरीबों को रोजगार दिलाने का काम करती थीं। उन्होंने 2008 में कंपनी समसोर्स की स्थापना की थी। यह कंपनी अब तक केन्या, युगांडा और भारत में 2900 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे चुकी है।
लैला का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय थे, जिन्होंने लॉस एंजिल्स में उनका पालन-पोषण किया। लैला ने गरीबों का जीवन बेहतर बनाने के लिए कई सामाजिक कार्य किए। कंपनी के मुताबिक, उन्होंने अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों को गरीबी से उबारा है।
वेंडी गोंजलेज को अंतरिम सीईओ बनाया गया
लैला अपने पति और बेटी के साथ रहती थीं। उनके निधन के बाद वेंडी गोंजलेज को कंपनी का अंतरिम सीईओ बनाया गया है। गोंजलेज चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। वे पिछले 5 साल से लैला के साथ मिलकर कंपनी में काम कर रहे हैं। कंपनी ने बयान में कहा, लैला की सकारात्मक मुस्कान हमेशा याद आएगी। उनकी कार्यशैली और योग्यता शानदार थी।
बता दें कि समसोर्स गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य लोगों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर वैश्विक स्तर पर गरीबी दूर करना है। कंपनी उन लोगों की मदद करती है जो सम्मानजनक कार्य और नौकरी के लिए प्रशिक्षण लेना चाहते हैं।